तीन जनवरी की रात उघैती इलाके के एक धर्मस्थल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला की हत्या कर दी गई थी। दो आरोपियों के साथ मुख्य आरोपी मंदिर का पुजारी किसी तरह से पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। लेकिन जो खुलासे उसने किए वह इस वारदात को नया मोड़ दे रहे हैं। आरोपी महंत ने पुलिस को बताया कि मृतक आंगनबाड़ी महिला के अतिरिक्त एक अन्य महिला से संबंध थे। जिसका पता लगने पर वह उससे झगड़ने लगी व सूखे कुएं में जाकर कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई। मुख्य आरोपी पुजारी ने पुलिस को दूसरी महिला के संदर्भ में भी जानकारी दी व उनका नाम-पता भी बताया। पुलिस दूसरी महिला से भी इस मामले में पूछताछ करेगी। पुजारी ने मृतका के गैंगरेप व हत्या के आरोपों से इंकार किया है। पुलिस की जांच में यह भी पाया गया है कि मंदिर में कई महिलाएं आती थीं, जिनमें से पुजारी के दो महिलाओं से संबंध थे।
ये भी पढ़ें- बदायूं मामलाः सपा ने गठित की जांच कमेटी, कल परिवार से करेगी मुलाकात ऐसे हुआ गिरफ्तार-वारदात के बाद से मुख्य आरोपी मंदिर का पुजारी फरार चल रहा था। गांव, शहर व प्रदेश भर में उसकी तलाश जारी थी। गुरुवार को यूपी सरकार ने आईजी रेंज राजेश पांडेय को बदायूं में कैंप लगार आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। निर्देश मिलते ही आईजी ने शाम को ही बदायूं का रुख किया, जहां उन्होंने एसपी संकल्प शर्मा, एडिशनल एसपी और सीओ संग बैठक की। आरोपी को पकड़ने के संबंध में गांव के प्रधान व अन्य संभ्रांत लोगों से भी बातचीत की गई। धर्म स्थल के आसपास से जुड़े प्रभावशाली लोगों से भी वार्ता हुई और देर रात कांबिंग शुरू हुई। आरोपी की तलाश में पुलिस दूसरे जिलों और प्रदेशों में दबिशें देती रही, लेकिन वह उघैती थाना क्षेत्र के ही गांव में छिपा मिला। गांववालों ने उसे खेत से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपी भेजा गया जेल- पुलिस का कहना है कि गांव वालों के सहयोग से आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी घटना के बाद से आसपास के खेतों में छुपा रहा। उसके अनुयाई उसे खाने पीने की चीजे खेत में ही पहुंचा रहे थे। राजेश पांडेय, आईजी रेंज ने बताया कि आरोपी महंत को उघैती में धर्म स्थल के पास से ही गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को आरोपी को जेल भेजा गया।