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होली के मददेनजर पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द बता दें कि बदायूं के दत्तक गृह में पल रही बच्ची मेरठ में एक कूड़े के ढेर पर सीमेंट के कट्टे में 23 नवंबर 2020 को बंधी मिली थी। बच्ची के पास कुत्तों को मंडराते देख कुछ लोगों ने उसे बचाया और अस्पताल पहुंचाया। उस दौरान बच्ची की हालत बेहद खराब थी, लेकिन इलाज के दौरान उसे बचा लिया गया। बता दें कि मेरठ में दत्तक ग्रहण अभिकरण केंद्र नहीं होने के कारण बच्ची को बदायूं के नेकपुर स्थित दत्तक गृह में 5 दिसंबर को स्थानांतरित कर दिया गया था। फिलहाल बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।
बदायूं पहुंची स्वरा ने बताया कि जिस समय बच्ची जिंदगी के लिए मौत से जंग लड़ रही थी तो उस दौरान उन्होंने मीडिया के माध्यम से उसकी स्टोरी देखी थी। उसके बाद से ही उनका बच्ची से मिलने का दिल था। उन्होंने बताया कि फिलहाल वह शूटिंग के लिए लखनऊ आई थीं। वहां से दिल्ली जाने के दौरान वह बदायूं पहुंची हैं। यहां उन्होंने दत्तक गृह के संचालक अनूप सक्सेना और प्रबंधक प्रियंका जौहरी से अन्य बच्चों के बारे में भी जानकारी ली है। उन्होंने बताया कि लंबे समय से उनकी तमन्ना थी कि वह कूड़े के ढेर में मिली बच्ची से मिलें, जो आज पूरी हो गई।
बोलीं- नवजातों के जीवन में काफी संघर्ष स्वरा ने बताया कि उन्होंने बच्ची के मिलने से लेकर अब तक की पूरी जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि नवजात शिशुओं के जीवन में भी काफी संघर्ष हो रहा है। इसलिए वह नवजात बच्चों के जीवन संघर्ष पर आधारित एक कहानी तैयार कर फिल्म बनाएंगी।