IFFI 2024: 55 वें आईएफएफआई में फिल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म जीरो से रीस्टार्ट का प्रीमियर हुआ। यहां इससे पहले उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मूवी से जुड़ी बातें की। उन्होंने बताया कि कैसे फिल्म 12th फेल के सेट पर बदमाश घुस आए थे और उन्होंने कैसे इस सिचुएशन को हैंडल किया।
दरअसल, विक्रांत मैसी स्टारर फिल्म 12th फेल की शूटिंग चल रही थी मुखर्जी नगर में। यहां यूपीएसी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स की भीड़ थी। इसे मैनेज करना काफी कठिन था। विधु विनोद चोपड़ा की टीम किसी तरह उन्हें काबू कर शूट कर रही थी।
एक दिन शूटिंग के दौरान अचानक फिल्म के सेट पर बदमाश घुस आए। सेट पर नो फोन पॉलिसी थी, इसलिए फोन यूज करने से लोगों को रोका जा रहा था। मगर कुछ असामाजिक तत्व सेट पर गुंडागर्दी दिखाने लगे।
वो क्रू से झगड़ने लगे। तब विधु विनोद चोपड़ा ने सिचुएशन को संभाला। वो उस गुंडे के पास गए और उससे भिड़ गए। उन्होंने उसे गाली देते हुए कहा- …..मैं तुझे यहीं गाड़ दूंगा। दिमाग ना खराब करना। इसके बाद क्रू के मेंबर्स ने उन्हें पकड़ा वरना नौबत हाथापाई तक आ जाती।
सेट पर गर्मागर्मी का माहौल था, तो क्रू मेंबर्स ने किसी तरह उन बदमाशों को बाहर किया और शूटिंग शुरू हुई। जब वो चले गए तो विधु विनोद चोपड़ा ने फिल्म के एक्टर अंशुमान पुष्कर को बुलाया और कहा देखा- ऐसे करते हैं गुस्सा, ये होता है गुस्सा, ऐसे करना।
दरअसल यहीं पर एक सीन की शूटिंग हो रही थी, जिसमें अंशुमन पुष्कर को गुस्सा होना था, लेकिन वो बार-बार रिटेक लिए जा रहे थे, विधु को सीन पसंद ही नहीं आ रहा था। इसलिए विधु ने बदमाशों को सेट से दूर करने के बाद एक्टर को बताया कि गुस्सा कैसे किया जाता है। इसके बाद जब अंशुमान पुष्कर ने एक्ट करना शुरू किया तो पहले ही टेक में शॉर्ट पूरा हो गया।
बात करें फिल्म जीरो से रीस्टार्ट में 12th फेल की शुरुआत से लेकर इसके पूरा होने तक की प्रक्रिया को दिखाया जाएगा, जिसमें सेट से पर्दे के पीछे की फुटेज दिखाई जाएगी और रास्ते में आने वाली चुनौतियों का खुलासा किया जाएगा। इसमें विक्रांत मैसी, मेधा शंकर, अनंत जोशी, अंशुमान पुष्कर और प्रियांशु चटर्जी जैसे स्टार्स के वर्जन भी दिखाए जाएंगे।
मूवी के प्रीमियर के अगले दिन मशहूर संगीत निर्देशक शांतनु मोइत्रा और विधु विनोद चोपड़ा के साथ एक मास्टर क्लास भी हुई। इसका विषय था ‘लिविंग मूवीज: फिल्म मेकिंग एंड द क्रिएटिव लाइफ’। यहां मोइत्रा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि श्री चोपड़ा अपने काम को लेकर कितने सख्त और अनुशासन प्रिय हैं। उन्होंने कहा- ‘विनोद को यह नहीं पता कि वह कहां जाना चाहता है – लेकिन उसे यह ज़रूर पता है कि वह कहां खड़ा नहीं होना चाहता।’