लेकिन जब सुनील दत्त को नगरिस से प्यार हुआ, तो वो उनके बिना फिल्म इंडस्ट्री में काम तक नहीं करना चाहते थे। वहीं, अगर नरगिस, सुनील दत्त से शादी नहीं करती तो, उन्होंने इंडस्ट्री को छोड़कर ये काम करने तक का मन बना लिया था।
पहली बार नरगिस को सामने देख हुआ ऐसा हाल उस वक्त नरगिस हिंदी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेस थीं। वहीं, सुनील दत्त रेडियो के लिए काम करते थे। दोनों की मुलाकात एक इंटरव्यू के दौरान हुई थी। दरअसल सुनील दत्त को नरगिस का इंटरव्यू लेना था, जिसके लिए उन्होंने सवालों को लेकर काफी तैयारी की थी। लेकिन जब नरगिस उनके सामने आई तो उन्हें देखकर उनकी हालत खराब हो गई और वो उनसे एक भी सवाल नहीं पूछ पाए थे, इस वजह से उनकी नौकरी तक जाते-जाते बची थी।
बहरहाल इसके बाद दोनों की दूसरी मुलाकात बिमल रॉय की फिल्म दो बीघा जमीन के सेट पर हुई थी। जहां वो खुद के लिए काम मांगने पहुंचे थे। वहां नरगिस उन्हें पहचान लिया था, लेकिनसुनील दत्त एक बार फिर उन्हें देखकर नर्वस हो गए थे। नरगिस के कहने पर ही उन्हें महबूब खान की फिल्म मदर इंडिया में उनके बेटे का रोल मिल गया। सुनील दत्त को काम तो मिल गया लेकिन वो नरगिस को देखकर हमेसा असहज हो जाते थे। इसी फिल्म में सुनील दत्त ने नगरिस को आग से बचाया था। जिसमें वो खुद झुलस गए, जिसके कारण उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
जब सुनील दत्त ने किया नरगिस को प्रपोज सुनील दत्त ने नरगिस को आग से बचाया, ये देखकर नरगिस को अच्छा लगा। जिसके बाद धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। ऐसे में सुनील दत्त ने नरगिस को प्रपोज कर दिया और नरगिस हां कर दी। जिसके बाद दोनों ने 1958 में शादी कर ली।
सुनील दत्त ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने ठान लिया था कि अगर नरगिस उन्हें शादी के लिए हां नहीं करेंगी तो वो वापस गांव लौट जाएंगे और खेती करने लगेंगे। उन्होंने नरगिस को प्रपोज करते वक्त फिएट कार गिफ्ट की थी, उनका प्रपोजल सुनकर नरगिस थोड़ी देर के लिए खामोश हो गईं थी, लेकिन बाद में उन्होंने ये प्रपोजल स्वीकार कर लिया।