दरअसल, जब शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति में थे तब सोनाक्षी सिन्हा के लिए स्कूल जाना काफी मुश्किल हो गया था। उनपर काफी ध्यान दिया जाता था। उनकी सिक्योरिटी बहुत टाइट थी। ऐसे में इससे परेशान होकर सोनाक्षी ने अपने पिता को धमकी दे डाली थी कि वह स्कूल जाना छोड़ देंगी। सोनाक्षी ने एक बार खुद इस बारे में खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें ये काफी अजीब लगता था कि हर जगह उनके साथ एक अनजान व्यक्ति चलता था। जब शत्रुघ्न सिन्हा मंत्री बने थे। तब वह छठी या सातवीं क्लास में थीं। पिता के मंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और उनके साथ एक गनमैन भी चलता था।
सोनाक्षी ने ये भी बताया कि स्कूल जाते वक्त उनके साथ क जीप भरकर सुरक्षा रक्षक उनके साथ चलते थे, जिनके पास बंदूक होती थी। ऐसे में स्कूल में हर कोई उनको ही देख रहा था कि ये क्या हो रहा है। उन्हें इस चीज से बहुत बुरा लगता था। जिसके बाद उन्होंने अपनी मां से कहा कि जब तक ये सब रुक नहीं जाता, तब तक वह स्कूल नहीं जाएंगी। सोनाक्षी ने बताया कि जब ये सब रुक गया तो उन्हें काफी अच्छा लगा। इसके बाद एक्ट्रेस ने अपने घर से काफी दूर कॉलेज में एडमिशन लिया। उन्होंने ऐसा किया ताकि वह दोस्तों के साथ खुलकर मुंबई लोकल में सफर कर सकें। एक बार उन्होंने कहा था कि लोकल से सफर करने पर उन्हें पहली बार स्वतंत्रता का अहसास हुआ था।
वर्क फ्रंट की बात करें तो सोनाक्षी सिन्हा जल्द ही फिल्म भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया में नजर आएंगी। इस फिल्म में वह एक सोशल वर्कर के रोल में होंगी। उनके किरदार का नाम सुंदरबन होगा। फिल्म में उनके साथ अजय देवगन, संजय दत्त, शरद केलकर, प्रणिता सुभाष और नोरा फतेही भी लीड रोल में होंगी।