दरअसल, एक तो उस समया राजेश खन्ना आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे। ऐसे में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उन पर डेढ़ करोड़ रुपए की देनदारी दिखा दी थी। ऐसे में वो पैसे नहीं दे पाए तो इनकम टैक्स ने उनका ऑफिस अटैच कर दिया। जिसके कारण उन्हें मजबूरन अपना बंगला छोड़ना पड़ा।
इससे बाद राजेश खन्ना कुछ दिन किराए के कमरे में रहे, तो कुछ वक्त अपने ऑफिस में रहकर गुजारा किया। इस समय में वो बिल्कुल अकेले पड़ गए थे। राजेश खन्ना की जीवनी लिखने वाले वरिष्ठ पत्रकार यासिर उस्मान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि राजेश खन्ना के ऑफिस के बगल में मैकडॉनल्ड का एक तो रेस्टोरेंट हुआ करता था। काका वहां जाकर एक बर्गर खाते थे और स्ट्रॉबेरी मिल्क शेक पिया करते थे, जो उन्हें बहुत पसंद था। खाने के बाद भी घंटों वहीं बैठे रहते थे। इस दौरान अपनी कार भी खुद ही चालते थे। जब कोई उनका प्रशंसक उन्हें पहचान लेता तो बेहद बहुत खुश होते थे।
एक समय ऐसा था जब उनके घर के बाहर गुलदस्ते और फूल हाथों में लिए प्रशंसकों का हुजूम उमड़ा रहता था। ऐसा करीब चार दशक तक चला, लेकिन खराब समय आते सब कुछ बंद हो गया। एक इंटरव्यू में खुद राजेश खन्ना ने कहा था कि जब तक मैने फिल्में कीं, तब तक लोगों को मेरी एक्टिंग पसंद आई और मेरे लिए फूल भेजे। जैसे ही मैंने काम छोड़ दिया धीरे-धीरे फूल भी आने बंद हो गए। ये बताते हुए राजेश खन्ना मायूस हो गए थे।
राजेश खन्ना ने चार दशक तक बॉलीवुड इंडस्ट्री पर राज किया था, उनके जैसा स्टारडम किसी दूसरे स्टार ने नहीं देखा। उनके साथ काम कर चुके अभिनेता कहते हैं कि वो अपना स्टारडम संभाल नहीं पाए। वरना कोई उन्हें टक्कर नहीं दे सकता था।
प्रेम चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि राजेश खन्ना वक्त के साथ नहीं बदले और अपनी पुरानी सफलता में ही डूबे रहे। उनके दोस्त और अभिनेता रजा मुराद ने कहा था कि उन्होंने अनुशासन का पालन नहीं किया, काफी शराब पीने लगे थे। ऐसी ही वजहें थीं, जिसकी वजह से उनका स्टारडम ज्यादा नहीं चल पाया।