यह बात उस समय की है जब दोनों स्टार्स का करियर पीक पर था। तब प्रकाश मेहरा ने दोनों ही सुपरस्टार्स को अपने फिल्म मुकद्दर का सिकंदर में लेने के बारे में सोचा। फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी तरह का हादसा हो जाना कोई बड़ी बात नही है। जिसके तरह से अमिताभ की फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान देखने को मिला था। इसी तरह के हादसा साल 1978 में आई फिल्म मुकद्दर का सिकंदर की शूटिंग के दौरान भी हुआ था। जब अमिताभ बच्चन की एक गलती की वजह से विनोद खन्ना को जबरदस्त चोट लग गई थी। बताते हैं कि हादसा इतना गंभीर था। बाल-बाल बचे थे विनोद खन्ना।
इस फिल्म में हुई घटना से अमिताभ बच्चन को काफी अफसोस हुआ था। उन्होने खुद जाकर विनोद खन्ना से माफी भी मांगी थी। लेकिन कुछ लोगों का मानना था कि यह हादसा अमिताभ बच्चन के द्वारा जानबूझकर किया गया था। क्योकि वो विनोद खन्ना की लोकप्रियता से खीझ गए थे और इसी वजह से यह दुर्घटना हुई। हालांकि विनोद खन्ना ने इन बातों को नकार दिया था।
दरअसल यह घटना एक सीन के समय घटी थी जब इस फिल्म के एक सीन में अमिताभ बच्चन को विनोद खन्ना की तरफ एक ग्लास फेंकना था जिसके बाद विनोद खाना को झुककर फेके गए गिलास से बचना था और अमिताभ ने पूरे बल से विनोद खन्ना के चेहरे की तरफ ग्लास दे मारा। विनोद खन्ना सही समय पर झुक नही पाए और ग्लास सीधे उनकी ठुड्ढी पर जाकर लग गई।
चोट का घाव इतना गहरा था कि खून से चेहरा लहुलूहान हो गया था। इसका निशान विनोद खन्ना के हमेशा के लिए बना रह गया। कहा जाता है कि विनोद खन्ना ने इसके बाद यह फैसला किया कि वो कभी अमिताभ बच्चन के साथ काम नहीं करेंगे।