मुश्किलभरे बचपन में राजू ने सपनों की दुनिया रच रखी है, जिसमें टीचर उसे कभी अपनी मां तो कभी परी की तरह लगती है। टीचर की शादी के बाद उसके सपने बिखर जाते हैं। बड़ा होकर वह पिता की तरह सर्कस का जोकर बन जाता है, जहां कदम-कदम पर ‘जाने कहां गए वो दिन’ की कसक उसे सालती रहती है। यह किस्सा 40 साल पुराना है। आज के जमाने में अगर कोई छात्र अपनी टीचर पर मोहित हो जाए तो क्या-क्या हो सकता है, यह ‘रसभरी’ में देखने को मिलेगा। स्वरा भास्कर की यह वेब सीरीज अमेजन प्राइम वीडियो पर 19 जून से शुरू हो रही है। ‘इट इज नॉट देट सिम्पल’ (2016) के बाद यह उनकी दूसरी वेब सीरीज है।
निखिल नागेश भट्ट के निर्देशन में बनी ‘रसभरी’ उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर की कहानी है। ग्यारहवीं कक्षा का छात्र नंद (आयुष्मान सक्सेना) अपनी टीचर शन्नो मैडम (स्वरा भास्कर) के प्रति आकर्षण महसूस करता है। टीचर उसकी जितनी उपेक्षा करती है, उसका आकर्षण उसी अनुपात में बढ़ता जाता है। स्वरा भास्कर अच्छी अदाकारा हैं, यह वे ‘तनु वेड्स मनु’, ‘रांझना’, ‘निल बटे सन्नाटा’, ‘अनारकली ऑफ आरा’ और ‘वीरे द वेडिंग’ जैसी फिल्मों में साबित कर चुकी हैं। ‘रसभरी’ में उनकी अदाकारी के कुछ और आयाम खुल सकते हैं।
यह वेब सीरीज काफी समय से सुर्खियों में रही है। पिछले साल इसे मेनिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (फ्रांस) के लिए चुना गया था। तब दावा किया गया था कि पहली बार किसी भारतीय वेब सीरीज ने इस फेस्टिवल के शॉर्ट फॉम्र्स कॉम्पिटीशन वर्ग में दावेदारी पेश की। इस वर्ग में फ्रांस की ‘ब्रेक अप’, सिंगापुर की ‘ड्राइव’, डेनमार्क की ‘हेल इज अदर पीपल’, अर्जेंटीना की ‘एम’, स्पेन की ‘पीपल टॉकिंग’ और ब्रिटेन की ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ शामिल थीं। मेरठ से वाया फ्रांस अब ‘रसभरी’ ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ रही है।