उन्होंने लिखा कि बंटवारे का दंश लाखों लोगों के साथ उनकी फैमिली को भी झेलना पड़ा था। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया कि उनका जन्म लाहौर में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त उनका परिवार भारत आ गया था। शेखर ने बताया कि उनकी मां उन्हें और उनकी बहन को अपने शरीर के नीचे छिपाकर लाई थीं।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मां ने मरे होने की एक्टिंग करके ट्रेन में सफर किया था। शेखर ने कहा कि बंटवारे के वक्त 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए और 1 करोड़ से ज्यादा लोग रिफ्यूजी बन गए थे। ज्ञातव्य है कि शेखूर कपूर ने भी भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के लिए आवाज उठाई थी।