उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी गुस्सा आता है, कभी-कभी लोग भावनात्मक हो जाते हैं, कभी-कभी वे इसे तार्किक ढंग से तोड़ते हैं लेकिन फिल्म उद्योग में बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो फिल्म के लिए सामने आए और इस पर बोला।’
फिल्म के खिलाफ मचे हड़कंप से क्या उन्हें डर लगता है, इस पर शाहिद ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि डर सही शब्द है। मुझे नहीं लगता कि रचनात्मक लोगों को डरना चाहिए क्योंकि आप संकुचित होने पर कुछ सोच नहीं सकते। आप अगर स्वतंत्र और खुले नहीं हैं तो कुछ बन नहीं सकते। मुझे लगता है कि कला बड़े पैमाने पर समाज का एक प्रतिबिंब है। इसलिए विशेष रूप से लोकतंत्र में, स्वतंत्रता की एक निश्चित भावना से स्वयं को व्यक्त करना महत्वपूर्ण है।’
रावल रतन सिंह का किरदार प्रेरणादायक
शाहिद कपूर का कहना है कि उनकी आने वाली फिल्म ‘पद्मावती’ में उनका निभाया राजा रावल रतन सिंह का किरदार प्रेरणादायक है। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म पद्मावती में शाहिद कपूर, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की मुख्य भूमिका है। फिल्म में शाहिद, राजा रावल रतन सिंह के किरदार में नजर आएंगे। शाहिद का कहना है कि यह एक ऐसा किरदार है जो आजकल के लोगों को ‘बेहतर’ बनने के लिए प्रेरित करेगा।
शाहिद ने कहा, ‘मुझे याद है जब ‘ग्लैडिएटर’ आई थी और रसल क्रो ने मैक्सिमस की भूमिका निभाई थी। यह किरदार इतना अच्छा लगा था कि इसके वास्तविक होने पर ही संदेह उठ जाए लेकिन इसने मुझे बहुत प्रेरित किया था। यह मेरे लिए एक मजबूत संदर्भ था क्योंकि मैं हैरान था कि आप ऐसा किरदार किस तरह निभाते हैं, जो इतना अच्छा होता है और लोगों से जुड़ जाता है। कभी-कभी सिनेमा में हमें कुछ करने के लिए प्रेरित करने की शक्ति होती है। बिल्कुल, कुछ अच्छे किरदार निभाने बहुत मायने रखते हैं, जो असली हों।’