Kartik Aaryan को यूरोप में दिखाना पड़ा अपना आधार कार्ड, आ गई थी ऐसी नौबत
साल 2012 में शाहरुख खान ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान ‘वे अपने पिता की तरह नहीं मरना चाहते’. इतना ही नहीं इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने पिता को सबसे सफल फेल्यिर तक बताया था. इंटरव्यू में शाहरुख ने अपने पिता और अपने करियर से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया था, जिसके बारे में हम आप सभी को बताने जा रहे हैं. शाहरुख ने इंटरव्यू में कहा था कि ‘उनके पिता के निधन के बाद उनकी जिंदगी में एक खालीपन आ गया था, जिसको भरने के लिए उन्होंने एक्टिंग का सहारा लिया था’. शाहरुख ने कहा था कि ‘पिता के जाने के बाद कहीं न कहीं मेरे अंदर एक खालीपन है. एक बेचैनी सी है कुछ अजीब सा है, जिसे में ऐक्टिंग से भरने की कोशिश करता हूं’.
शाहरुख खान के पिता को कैंसर था, जब उनकी मौत हुई उस वक्त शाहरुख केवल 15 साल के थे. इंटरव्यू में उन्होंने अपने उस जख्म को भी कुरेदा, जिसको वो याद करना भी पसंद नहीं करते. उन्होंने बताया था कि ‘जब उनके पिता का निधन हुआ था ड्राइवर ने उनके बॉडी को घर पर छोड़ने के लिए मना कर दिया था, जिसके बाद उनको खुद जैसे-तैसे गाड़ी चला कर वो घर तक लाइ. उस वक्त उनकी अम्मी भी उनके साथ बैठी थी’. शाहरुख ने बताया कि उनको गाड़ी चलाते देख उनकी अम्मी ने उनसे पूछा था कि ‘तुमने गाड़ी चलाना कब सीखा?’, जिसका जवाब देते हुए शाहरुख ने कहा था कि ‘बस अभी’. उनकी पिता के मौत से घर पर सभी को काफी बड़े झटका लगा था.
शाहरुख ने बताया था कि ‘पिता की मौत से उनकी बहन को गहरा सदमा लगा था और वो बेहोश हो गईं. दो सालों तक उनकी बहन पिता को खोने के शॉक में रहीं और डिप्रेशन में चली गईं. ऐसे में उन्होंने खुद को मजबूत किया घर परिवार की जिम्मेदारी को संभाला’. शाहरुख ने एक बात ओर कही था, जिसको सुनने के बाद किसी की भी आंखे नम हो जाएं. उन्होंने कहा था कि ‘डिप्रेशन न हो इसलिए एक्टिंग करता हूं’. साथ ही उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा था कि ‘वे अपने पिता की तरह एक अनजान बनकर नहीं मरना चाहते. उन्हें अपने पिता पर गर्व था, लेकिन मानते थे कि उनके पिता के अंदर कहीं न कहीं फेलियर को लेकर एक डर था’.