बता दें लाख कोशिश करने के बाद भी रिद्धिमा पिता के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाई थी। कोरोनावायरस ( Coronavirus ) की वजह से सभी सीमाएं सील थी। इस वजह से उन्हें फ्लाइट से सफर तय करने की आज्ञा नहीं मिली। लेकिन सड़क द्वारा घर जाने की परमिशन मिल गई थी। अगर रिद्धिमा उस दिन भी मुंबई के लिए निकलती तो वह वक्त पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में भी नहीं पहुंच पाती। ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया रिद्धिमा ने फोन पर वीडियो कॉल के माध्यम से देखी थी। ऋषि कपूर को कैंसर था। जिस वजह से उनके शव को ज्यादा देर तक नहीं रखा जा सकता था। वहीं प्रशासन की अनुमति के अनुसार मात्र 20 लोगों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी गई थी।
30 अप्रैल की सुबह 8:45 बजे ऋषि कपूर ने अंतिम सांस ली। 2018 से वह ल्यूकेमिया ( Leukemia ) की बीमारी से ग्रस्त थे। अक्सर उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती कराया जाता था। फिल्म ‘राजमा चावल’ ( Rajma Chawal ) की शूटिंग के लिए ऋषि कपूर दिल्ली आए थे। जहां अत्यधिक प्रदूषण से उनकी तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था।