पंकज उधास को कॉलेज में मुस्लिम लड़की से हुआ था प्यार, काम की तलाश में छोड़ना पड़ा था देश
Pankaj Udhas Death: पंकज उधास के निधन के पूरे संगीत इंडस्ट्री में मातम पसरा हुआ है। संगीत की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले पंकज ने असल जिंदगी में काफी संघर्ष किया था।
पंकज उधास ने 72 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
पंकज उधास को उनके गजल और गीतों के लिए जाने जाते थे। आज मशहूर गायक पंकज उधास का 72 साल की उम्र में निधन (Pankaj Udhas Death) हो गया। इस खबर को सुनने के बाद लोग सदमे में हैं। सिंगर के निधन के बाद से संगीत की दुनिया में मातम पसर गया है। पंकज उधास आज हमारे बीच नहीं रहे पर उनके गाने हम सबके बीच हमेशा जिंदा रहेंगे। पंकज उधास ने इंडस्ट्री में अपना नाम बनाने के लिए काफी संघर्ष किया था। उनके जीवन में एक दौर ऐसा आया जब उनके पास करने को कुछ भी नहीं था। चलिए आज आपको बताते हैं पंकज उधास के जीवन की कुछ अनसुनी कहानी।
स्कुल के दिनों में एक बार टीचर ने एक प्रोग्राम में पंकज को कुछ गाने को कहा था। पंकज ने ऐ मेरे वतन के लोगों गाना गया। उनके इस गीत से वहां बैठे सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। उन्हें खूब वाहवाही भी मिली। दर्शकों से एक आदमी ने खड़े होकर उनके लिए ताली बजाई और इनाम के रूप में उन्हें 51 रुपए दिए। बता दें कि पंकज उदास अपने गाने चिट्ठी आई है से काफी फेमस हुए थे, चिट्ठी आई है उनके करियर के बेहतरीन गजलों में से एक है, लेकिन शुरुआत में वो ये गाना ही नहीं चाहते थे। बाद में जिसने भी उनका ये गाना सुना वो गाने को भूल नहीं पाया। जब राज कपूर (Raj Kapoor) ने पंकज उधास के इस गाने को सुना तो वो भावुक होकर रोने लगे थे।
पंकज उधास के गाने को लोग खूब पसंद करते हैं। एक बार पंकज स्टेज परफॉर्मेंस दे रहे थे तभी अचानक से एक आदमी ने उनसे गाने की फरमाइश की। पर उस आदमी का बर्ताव पंकज को पसंद नहीं आया और उन्होंने गाने से इंकार कर दिया। इस बात पर वो आदमी इतना भड़क गया कि उसने पंकज के सामने बंदूक तान दी और गाने के लिए कहा। आदमी की हरकत से पंकज इतना डर गए कि उन्होंने उसकी फरमाइश की गजल गाई। बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए पंकज ने कड़ा संघर्ष किया था। एक दौर ऐसा भी था जब उनके पास कोई काम नहीं था। उन्होंने फिल्म कामना में अपने एक गाने को आवाज दी थी, लेकिन वो फिल्म फ्लॉप हो गई, जिस वजह से उन्हें भी कोई खास पॉपुलैरिटी नहीं मिली। काम नहीं मिलने से दुखी होकर उन्होंने विदेश जाकर रहने का फैसला किया था।
पंकज को कॉलेज के दौरान फरीदा (Farida) से प्यार हो गया था। पंकज को पहली नजर में ही फरीदा पसंद आ गई थीं। उस वक्त वो ग्रेजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं। दोनों एक दुसरे से शादी करना चाहते थे। पंकज के परिवार वालों को इस रिश्ते से कोई एतराज नहीं था पर फरीदा के परिवार वाले उनकी शादी किसी दूसरे धर्म के लड़के के साथ नहीं करवाना चाहते थे। पर पंकज ने फरीदा के पिता से बात की। पंकज की बात सुनकर फरीदा के पिता इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने शादी के लिए फौरन हां कर दिया। शादी के बाद दोनों की दो बेटियां हुईं जिनका नाम उन्होंने नायाब और रेवा रखा।