‘पीएम मोदी ने नहीं पहनी थी मौलवियों की दी हुई टोपी’
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि अगर पीएम मोदी मुस्लिमों को यह समझा पाएं कि वह उनसे नफरत नहीं करते तो बहुत मदद होगी। उन्होंने पुरानी घटना को याद करते हुए कहा कि मोदी ने मौलवियों की दी हुई जालीदार टोपी नहीं पहनी थी। यह बात वह बिल्कुल भी भूल नहीं सकते हैं। अगर पीएम मोदी टोपी पहन लेते तो यह जेस्चर होता कि हम अलग नहीं है। वह मुस्लियों को समझ पाएं तो बहुत मददगार होगा। टोपी पहनना यही जेस्चर कहलाएगा कि मुस्लिम भी इस देश के नागरिक हैं और वह इससे यकीन दिला पाएंगे कि मुस्लिमों से नफरत नहीं करते हैं।
चुनाव नतीजों पर नसीरुद्दीन शाह का रिएक्शन
नसीरुद्दीन शाह से जब पूछा गया कि 10 साल में बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन रहा और सरकार बनाने के लिए उन्हें गठबंधन की जरूरत पड़ेगी तो उनके दिमाग में क्या आया। इस पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि सबसे पहले तो चैन मिला। उन्होंने आगे कहा, फिर मैंने खुद को बोला कि यह हारनेवालों, जीतनेवालों, हिंदू, मुस्लिम, सरकार और हम सबके लिए अपने आत्मनिरीक्षण करने का वक्त है।