एक इंटरव्यू में अध्ययन ने कहा कि इंडस्ट्री में पॉवर गेम और गुटबाजी वर्षों से है। वह भी इसका शिकार हुए हैं। उनका कहना है कि इस वजह से उनको 14 फिल्में खोनी पड़ीं। उनकी कुछ फिल्मों का बॉक्स आॅफिस भी गलत प्रोजेक्ट किया गया। अभिनेता का कहना है कि सुशांत की मौत के बाद लोग आंख बंद करके नेपोटिज्म पर बहस कर रहे हैं जबकि असली समस्या गुटबाजी है। अध्ययन के अनुसार कई प्रोडक्शन हाउस इंडस्ट्री में अपने पसंद के कलाकारों को ही मौका देते हैं।
गौरतलब है कि अध्ययन के पिता शेखर सुमन ने सरकार से सुशांत के आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। इसके लिए वह राजनेताओं से भी मिल चुके हैं।
ये सेलेब्स बोल चुके हैं नेपोटिज्म पर
नेपोटिज्म पर बोलने वाले लोगों में अभिनेत्री कंगना रनोत का नाम सबसे पहले लिया जाता है। कंगना ने ‘कॉफी विद करण’ शो में होस्ट करण जौहर पर ये आरोप एक सवाल के जवाब में लगाए थे। इसके बाद कई स्टार्स ने इस मुद्दे को उठाया। सुशांत की आत्महत्या के बाद इस लिस्ट में नए नाम भी जुड़ते चले गए। इनमें मनोज बाजपेयी, रणवीर शौरी, तापसी पन्नू, धर्मेन्द्र अभय देओल सहित कई सितारों के नाम शामिल हैं।
साहिल खान ने भी इसी तरह के आरोप लगाए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक मैगजीन की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि उनके साथ नजर आ रहे दो खान एक्टर्स में से एक ने उनका कॅरियर आगे बढ़ने से रोका। साहिल को अचानक टीवी शोज और फिल्मों में छोटे रोल आॅफर होने लगे।