मान्या सिंह गोरखपुर के देवरिया से आती हैं। मिस इंडिया रनरअप का ताज जीतने के बाद मान्या ने खुद इस बात का खुलासा किया कि एक वक्त था जब उनके पास खाना तक नहीं हुआ करता था। मान्या ने कहा कि मैंने कई रातें बिना खाने और सोए बिताई हैं। मैंने कड़ी धूप में कई किलोमीटर चलकर अपना सफर तय किया है। मेरा खून, पसीन और आंसू मेरी हिम्मत में तब्दील हो गए। एक रिक्शा चालक की बेटी होने के कारण मुझे स्कूल जाने का मौका नहीं मिला क्योंकि मैंने बचपन में ही काम करना शुरू कर दिया था। मेरी मां ने एग्जाम फीस के लिए अपनी ज्वैलिरी गिरवी रख दी।
उन्होंने आगे बताया कि 14 साल की उम्र में मैं घर से भाग गई और किसी तरह के अपना गुजारा किया। मैं किसी तरह दिन में अपनी पढ़ाई पूरी करती, शाम में लोगों के घरों में बर्तन धुलती और रात में कॉल सेंटर में काम करती। रिक्शे का किराया बचाने के लिए मैं मीलों तक पैदल चलती थी। आज मैं वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया 2020 के मंच खड़ी हूं अपने पिता, मां और छोटे भाई को गर्व महसूस कराने और दुनिया को ये बताने के लिए कि अगर आप अपने सपनों के प्रति समर्पित हैं तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। मान्या ने एक रिक्शा चालक की बेटी होकर मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर इतिहास रच दिया है।
मान्या सिंह के इस पोस्ट को विरल भयानी ने भी अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। जहां पूर्व मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर ने गर्व जताया है। साथ ही एमी जैक्सन, सेलिना जेटली और टीवी एक्ट्रेस कृष्णा मुखर्जी जैसे सेलेब्स ने भी खुशी जताई है।
बता दें कि फेमिना मिस इंडिया 2020 (VLCC Femina Miss India 2020) तेलंगाना (Telangana) की मानसा वाराणसी (Manasa Varanasi) को चुना गया जबकि दूसरी रनर अप मनिका शियोकांड (Manika Sheokand) रहीं।