26 सालों से फिल्मों से बनाई दूरी लेकिन फिर भी महारानियों की तरह जीती है लाइफ
माधवी उन अभिनेत्रियों में से एक है जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत साउथ फिल्मों से की और बाद में उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना कदम रखा। साउथ में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाने के बाद माधवी ने बॉलीवुड में कदम रखा और कई बड़े-बड़े स्टार्स के साथ काम किया।
हमारी बॉलीवुड इंडस्ट्री एक ऐसी इंडस्ट्री है जहाँ पहचान बनाना बेहद मुश्किल है और इसी इंडस्ट्री के कई ऐसे कलाकार भी रह चुके है जो अपने शानदार एक्टिंग की वजह से लोगो के दिल में एक अलग ही छाप छोड़ गये और इनमे से कुछ कलाकार तो ऐसे भी रहे है जो काफी कम समय में अपनी पहचान बनाने में कामयाब तो हो गये लेकिन वे बहुत जल्द ही इस इंडस्ट्री से दूरी भी बना लिए |आज हम एक ऐसी ही अभिनेत्री के बारे में बात करने जा रहे है | आपने 2 मई साल 1990 में रिलीज हुई फिल्म स्वर्ग तो जरुर ही देखी होगी जिसमें गोविंदा, राजेश खन्ना, जूही जावला के साथ साथ बहुत से बेहतरीन कलाकारों ने काम किया था। यह फिल्म एक पारिवारिक फिल्म है जो दर्शको को आज भी खूब लोकप्रिय लगती है। आज हम आपको इस फिल्म में एक ऐसी एक्ट्रेस के बारें में बताने जा रहे हैं जिसने इस फिल्म में बेहतरीन किरदार निभाया।
हम बात कर रहे हैं इस फिल्म में गोविंदा की भाभी जानकी कुमार का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस माधवी के बारें में। माधवी विवाह के बाद से अब महारानियों की तरह जिंदगी बिता रही हैं। माधवी का जन्म 14 सितंबर, 1962 को हैदराबाद में हुआ था। माधवी उन्ह एक्ट्रेसेस में से हे जिन्होंने साउथ की फिल्मों से अपना एक्टिंग करियर शुरू किया और बाद में बॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया।माधवी उन अभिनेत्रियों में से एक है जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत साउथ फिल्मों से की और बाद में उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना कदम रखा। साउथ में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाने के बाद माधवी ने बॉलीवुड में कदम रखा और कई बड़े-बड़े स्टार्स के साथ काम किया।
माधवी ने पिछले 21 सालों से फिल्मों से दूर हैं। माधवी अब हसबैंड और बेटियों के साथ न्यूजर्सी में रहती है. माधवी ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘गिरफ्तार’ में काम किया था, जिसका गाना ‘धूप में निकला न करो रूप का रानी..” बेहद हिट रहा था. माधवी ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘अंधा कानून’ और ‘अग्निपथ’ में काम किया था।माधवी ने 1981 में बॉलीवुड में फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ से कदम रखा। इसके बाद उन्होंने ‘अंधा कानून’ (1983), ‘मुझे शक्ति दो’ (1984), ‘अग्निपथ’ (1990), ‘मिसाल’ (1985), ‘गिरफ्तार’ (1985), ‘लोहा’ (1987), ‘सत्यमेव जयते’ (1987), ‘प्यार का मंदिर’ (1988), ‘स्वर्ग’ (1990), ‘जख्म’ (1989), ‘हार जीत’ (1990) सहित कई फिल्मों में काम किया। वे 1994 में आई फिल्म ‘खुदाई’ में आखिरी बार दिखीं थीं।
माधवी के धार्मिक गुरु स्वामी रामा ने उनकी मुलाक़ात फार्मास्यूटिकल बिजनेसमैन राल्फ शर्मा से करवाई थी. उन्ह दोनों की मुलाकात 23 साल की उम्र में हिमायल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा साइंस एंड फिलोसॉफी में हुई थी. स्वामी रामा ने ही माधवी की शादी करवाई थी। राल्फ से कुछ हफ्तों की मुलाकात के बाद दोनों ने 14 फरवरी, 1996 को शादी की।
आपको बता दें माधवी के घर वाले न्यू जर्सी में रहते हैं, उनके पति का काम भी न्यू जर्सी में ही था इसलिए शादी के बाद वो वहीं शिफ्ट हो गईं। अब माधवी की 3 बेटियाँ भी है जिनका नाम प्रिस्सिल्ला, टिफनी और इवेलीन है. अब माधवी अपने तीनों बच्चों और पति के साथ न्यूजर्सी में ही रहती हैं।