आपको बता दे कि लगातार तीन साल तक ऑडिशन और रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था कार्तिक आर्यन को। इसके बाद भी हार नहीं माना था अभिनेता ने। जिसके कारण ही वह आज इस मुकाम पर हैं। जहां पहुंचना सब के बस की बात नहीं। कभी लुक को देखकर तो कभी अनफिट कहकर अभिनेता को कर दिया जाता था रिजेक्ट। कार्तिक तिवारी से कार्तिक आर्यन बनने का सफर इतना आसान नहीं था।
बता दे कि कार्तिक आर्यन का इंजीनियर से अभिनेता बनने का सफर संघर्षों से भरा है। आपको बता दे कि कार्तिक फिल्मों में आने से पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। ऐसे में आइए करीब से जानते हैं कार्तिक आर्यन के जीवन से जुड़ी दिलचस्प बातें, जिसे शायद ही सुना होगा आपने।
कार्तिक आर्यन के माता पिता की बात करें तो उनके कार्तिक के पिता मनीष तिवारी एक बालरोग विशेषज्ञ हैं और उनकी माता माला तिवारी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। ऐसे में उनका परिवार यह चाहता था कि वह बड़े होकर डॉक्टर बनें। और उनके इस सपने को कार्तिक की बड़ी बहन कृतिका ने एमबीबीएस कर साकार कर दिया।
आपको बता दे कि कार्तिक आर्यन शुरु से ही डॉक्टर बनना चाहते थे। लेकिन कार्तिक ने अपने इस सपने का जिक्र माता पिता से कभी नहीं किया। क्योंकि जब भी वे अपने किसी दोस्त के सामने एक्टर बनने की इच्छा जाहिर करते, तो सभी उनका मजाक बनाया करते थे। इसी कारण कार्तिक आर्यन ने अपने सपने के बारें में कभी भी अपने परिवार वालों को नहीं बताया था।
बता दे की 12वीं पास करने के बाद कार्तिक ने निश्चय किया कि अगर उन्हें एक्टर बनना है तो मुंबई जाकर ही रहना पड़ेगा। जिसके बाद कार्तिक ने अपने पैरेंट्स को बीटेक की पढ़ाई का बहाना देकर मुंबई के डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। यहीं से कार्तिक का एक्टर बनने का सफर शुरु हो गया।
कार्तिक मुम्बई आने के बाद इंटरनेट पर सर्च कर पता करते थे कि किस फिल्म की शूटीग कहां चल रही हैं और अपनी क्लास मिस कर 2 घंटे का सफर तय कर ऑडिशन के लिए जाया करते थे। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने मॉडलिंग शुरु कर दिया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि अभिनेता ने अपने माता पिता को एक्टर बनने की इच्छा तब बताई, जब उन्होंने अपनी पहली फिल्म साइन कर ली थी।