साल 1990 दशक में बात करें तो उनके करियर में कई उतार चढ़ाव आए जिसका असर उनके सेहत पर भी परने लगा था। इस दौरान उनकी एक नहीं कई सारी फ़िल्में फ़्लॉप हो गई थी जिसके बाद सभी को ऐसा लगने लगा था कि अमिताभ बच्चन का करियर अब पूरी तरीक़े से ख़त्म हो गया है।
1997 में आयी फ़िल्म मृत्युदाता उन्हीं में से एक थी। लेकिन साल 2000 में TV पर कौन बनेगा करोड़पति और यश चोपड़ा की फ़िल्म मोहब्बतें से अमिताभ बच्चन ने धमाकेदार वापसी हिन्दी फ़िल्म जगत में फिर से कर ली। मृत्युदाता उस समय बिग बी के करियर में एक बहुत बड़ा झटका था।
बता दें कि मृत्युदाता फ़िल्म उनकी पत्नी को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। इस फ़िल्म को देखकर जया बच्चन इतना ज़्यादा ग़ुस्सा हो गई थी की व फ़िल्म की स्क्रीनिंग से ही बाहर हो गई थी। इस बात का ख़ुलासा ख़ुद अमिताभ बच्चन ने किया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या वो उनकी फ़िल्म की स्क्रीनिंग के दौरान बैठती है तो अमिताभ ने कहा- फ़िल्म मृत्युदाता के बीच से वह उठकर चली गई थी।
आपको बता दें कि मृत्युदाता की असफलता के बाद सभी लोग अमिताभ बच्चन की फ़िल्मों पर संदेह करने लगे थे। लेकिन आज की बात करें तो आज अमिताभ बच्चन बॉलीवुड पर राज किया करते हैं। बता दें अमिताभ बच्चन की नई फ़िल्म रनवे 34 जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज़ होने के लिए तैयार हैं।