कंगना ने बताया कि ‘रात 11:30 बजे मुझे पटाखों जैसी आवाज सुनाई दी। पहले मुझे ऐसा लगा कि किसी ने पटाखा फोड़ा है लेकिन जब दूसरी बार आवाज आई तो मैं सचेत हो गई। क्योंकि यह गोली चलने की आवाज थी। इस वक्त मनाली में टूरिस्ट भी नहीं आते हैं तो पटाखा कौन चलाएगा। जिसके बाद तुरंत मैंने सिक्योरिटी को बुलाया। उन्होंने मुझे बताया कि हो सकता बच्चे हों। हालांकि बाहर कोई नहीं था। हम घर पर पांच लोग हैं। इसके बाद हमने पुलिस को बुलाया।’
कंगना ने आगे कहा कि पुलिस ने हमसे कहा कि शायद कोई चमगादड़ मारने की कोशिश कर रहा हो। क्योंकि चमगादड़ सेब की खेती को नुकसान पहुंचाते हैं। जिसके बाद शनिवार सुबह हमने सेब के बगीचे के मालिक को बुलाया लेकिन उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से कोई गोली नहीं चली। कंगना ने कहा कि यह सब उन्हें डराने के लिए किया गया था। उनके पॉलिटिकल कॉमेंट के कारण यह सब किया गया। कंगना का यह भी दावा है कि गोली विदेशी हथियार से चलाई गई थी।
इस सब के बाद पुलिस ने अपनी एक टीम कंगना के घर पर लगा दी है। वाहनों की चेकिंग की जा रही है। फरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी पहुंची थी लेकिन उन्हें कोई कारतूस का खाली खोखा या बारूद के निशान जैसी कोई चीज नहीं मिली। पुलिस ने कंगना के घर के आसपास वालों से भी पूछताछ की। वहीं, उनके घर के आसपास गश्त बढ़ा दी गई है।