फातिमा ने कहा, ‘सुपरस्टार्स वाला युग काफी पहले खत्म हो चुका। खान्स के बाद मुझे नहीं लगता कि हमें कोई सुपरस्टार्स मिलेंगे। अब सभी उपलब्ध रहते हैं लेकिन पहले ये सब उपलब्ध नहीं होते थे। हम न तो उन्हें सोशल मीडिया पर सर्च कर सकते थे और न ही उनकी जिंदगी को फॉलो कर सकते थे। हम उनसे सिर्फ फिल्मों के माध्यम से ही संपर्क कर पाते थे।’ फातिमा ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘मेरे दिमाग पर सिर्फ अभिनय था, जो एक वजह जिसके चलते मैं हर ऑडीशन में जाती थी वो ये होती थी कि मुझे कैमरा के सामने परफॉर्म करने का मौका मिलता था, भले ही सेटअप छोटा क्यों न हो। ‘दंगल’ से पहले कभी भी मुझे खुद अपने लिए प्रोजेक्ट चुनने का मौका नहीं मिला था। मैंने ‘दंगल’ इसलिए की थी क्योंकि तब मेरे पास वही एकमात्र विकल्प था। हर एक्टर इस फेज से गुजरता है। चीजें इसी तरह काम करती हैं। मुझे खुशी है कि उस फिल्म के बाद और ‘ठग्स ऑफ हिंदोस्तान’ के बाद मेरे पास अब और विकल्प हैं।’
फातिमा ने कहा, ‘कोई ऐसा नियम नहीं है जो सभी पर लागू होता हो, लेकिन अब नेटफ्लिक्स और अमेजन के चलते हमारे पास विकल्प रहते हैं। अलग-अलग माध्यमों के होने से हमें ज्यादा विकल्प मिल जाते हैं। जहां मैं पहुंचना चाहती हूं वहां तक पहुंचने के लिए शायद मुझे दो या छह साल लग जाएंगे, लेकिन मुझे खुशी है कि कम से कम मैं सफर तय कर रही हूं।’