मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह का कहना है कि यह फर्जी अकाउंट्स तब बनाए गए जब कोरोनावायरस से 84 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी। यह कैंपेन इसलिए चलाया गया ताकि मुंबई पुलिस को नीचा दिखाया जा सके। इस कैंपेन के द्वारा मुंबई पुलिस की इमेज खराब करने की कोशिश की गई। जिसमें अधिकारियों के लिए अपशब्द इस्तेमाल किए गए। सुशांत के नाम पर चल रहे फर्जी अकाउंट्स पर मुंबई पुलिस के साइबर सेल यूनिट ने एक रिपोर्ट बनाई है। जिसमें जांच करने पर यह बात सामने आई है कि इन अकाउंट्स पर जो भी पोस्ट शेयर किए गए हैं।
उन तमाम पोस्ट्स को दुनिया के विभिन्न देशों जैसे- इटली, जापान, पोलैंड, स्लोवेनिया, इंडोनेशिया, तुर्की, थाईलैंड, रोमानिया और फ्रांस तक पहुंचाया गया है। वहीं एक सीनियर अधिकारी ने बताया है कि उन्होंने इन तमाम पोस्ट की जांच की है। सभी में #justiceforsushant #sushantsinghrajput और #SSR इस्तेमाल किया गया है। इस पूरे मामले में अभी और भी कई ऐसे अकाउंट्स को पकड़ा बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि इन तमाम अकाउंट्स की जांच की जाएगी और दोषी पाए गए अपराधियों को इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलोजी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाही की जाएगी।