वैसे तो यह बात सभी जानते हैं कि करण जौहर ने फिल्म कुछ कुछ होता है ( Kuch Kuch Hota Hai ) से फिल्म इंडस्ट्री में बतौर निर्देशक ( Director Debut ) डेब्यू किया था। लेकिन बेहद ही कम लोग यह बात जानते हैं कि करण पहले एक कॉस्ट्यूम डिजाइनर ( Costume Designer ) हुआ करते थे। यहां तक फिल्म सुपरहिट फिल्म ‘दिल वाले दुलहनिया ले जाएंगे’ ( Dilwale Dulhania Le Jayenge ) में अभिनेता शाहरूख खान ( Shahrukh Khan ) और काजोल ( Kajol ) को उन्होंने ही स्टाइल किया था। लेकिन इस फिल्म के बाद उन्होंने निर्देशन में जाने का विचार किया। लेकिन बावजूद इसके उन्होंने दिल तो पागल है और वीर जारा में शाहरूख के कॉस्ट्यूम को डिजाइन किया। साथ ही फिल्म ‘मोहब्बतें’ ( Mohabbatein ) में अमिताभ बच्चन ( Amitabh Bachchan ) के लुक भी उन्होंने ही डिजाइन किया था।
फिल्म कल हो ना हो की शूटिंग के दौरान करण जौहर के पिता यश जौहर न्यूयॉर्क के अस्पताल में भर्ती थे। वह वहां अपने पिता का इलाज करवा रहे थे। बताया जाता है कि फिल्म में शाहरुख खान का किरदार ऐसे व्यक्ति का था। जो अपनी गंभीर बीमारी के चलते हुए भी लोगों को खुश रखते थे। उनका किरदार कई लोगों को प्रेरणा देता है। करण का कहना है कि उन्हें इस बात का काफी अफसोस है कि उन्होंने यह फिल्म निर्देशित नहीं की। बता दें यह फिल्म निर्माता निखिल आडवाणी ने बनाई है।
करण जौहर और काजोल की दोस्ती ( Karan Kajol Friendship ) के बारें में तो हर कोई जानता है। दोनों ही फिल्म इंडस्ट्री में बेस्ट फ्रेंड्स के नाम से जाने जाते हैं। साथ ही करण काजोल को अपना लकी चार्म ( Lucky Charm ) भी मानते हैं। इसलिए वह हमेशा काजोल ( Guest experience ) को अपनी फिल्मों में बतौर गेस्ट बुलाकर उनकी एक झलक दिखाते हैं। करण के पिता यश जौहर ( Karan Father Yash Johar ) हिंदी सिनेमा जगता का एक बड़ा नाम है। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। यहां तक वह चाहते थे कि वह अपने बेटे करण को भी बतौर हीरो फिल्मों में लॉन्च करें। लेकिन करण की किस्मत पहले ही उनका रास्ता चुन चुकी थी।
बहुत से लोग नहीं जानते लेकिन करण जौहर बेहद ही अच्छी फ्रेंच भाषा ( Karan French Language ) बोल सकते हैं। दरअसल, उन्होंने फ्रेंच में मास्टर डिग्री ( French Master Degree ) प्राप्त की है। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ( Manmohan Singh ) के अलावा करण जौहर एकमात्र भारतीय हैं। जिन्हें लंदन ओलंपिक ( London Olympics ) के उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
करण जौहर की फिल्म ‘कभी अलविदा ना कहना’ ( Kabhi Alvida Naa Kehna ) उनकी बेस्ट फिल्मों में से एक है। जिसे लोगों ने खूब प्यार दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं करण को इस फिल्म का आइडिया कहां से मिला। करण को इस फिल्म का आइडिया एक होटल में बैठने से मिला। जी हां, दरअसल हुआ कुछ यूं कि एक बार वह एक होटल में बैठे हुए थे। जहां पर उनके सामने एक कपल बैठा हुआ था। और वह दोनों एक-दूसरे से अलग हो रहे थे और एक बेहतरीन रिश्ते की खोज कर रहे थे। फिल्म को बनाने के बाद वैसे तो उन्हें काफी खरी-खोटी भी सुनने को मिली। लेकिन कहा जाता है कि करण चाहते हैं कि वह उसका एक और पार्ट बनाए।
वैसे बता दें करण जौहर ने अनुराग कश्यप ( Anurag Kashyap ) की बॉम्बे वेलवेट ( Bombay Velvet ) से बतौर कलाकार भी अपना एक्टिंग डेब्यू ( Acting Debut ) कर चुके हैं। सिनेमाघरों में फिल्म बड़ी फलॉप साबित हुई। फिल्म में डेब्यू को लेकर करण को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी होना पड़ा था। बताया जाता है कि इस फिल्म के लिए करण ने 11 लाख रुपये लिए थे। वैसे तो निर्देशक करण जौहर के पास सब कुछ है। नाम से लेकर दौलत तक, लेकिन फिर भी उनका एक सपना है। जिसे वह पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। वह सपना है ऑस्कर की ट्रॉफी ( Oscar Award ) को अपने हाथों में लेना और देश को समर्पित करना।