बेहतरीन अभिनेता संजय मिश्रा का जन्म बिहार के दरभंगा में हुआ था। उनके पिता शम्भुनाथ मिश्रा पेशे से पत्रकार थे और उनके दादा डिस्ट्रीक्ट मजिस्ट्रेट थे। जब वे नौ साल के थे तो उनकी फैमिली वाराणसी शिफ्ट हो गई थी। इंडस्ट्री में उन्हें बेहतरीन कॉमेडियन एक्टर के तौर पर भी जाना जाता है। अभिनेता जब अपने करियर के सफल मुकाम पर थे, तब उनकी अचानक से तबीयत खराब होने लगी। जिसकी वजह से वह अपने घर अपने पिता के पास वापस चले गए थे। इस दौरान उनके पिता ने उनका बहुत ध्यान रखा। बीमारी के चलते अभिनेता ने काफी लंबे समय तक इंडस्ट्री से दूरी बना ली। कुछ समय बाद जब वह बीमारी से पूरी तरह से ठीक हो गए थे। तब अचानक उनके पिता का निधन हो गया।
पिता के देहांत से संजय मिश्रा पूरी तरह से टूट गए थे। उन्हें नहीं समझ आ रहा था कि जिंदगी उनके साथ क्या खेल खेल रही है। वह अपनी जिंदगी में इतने मायूस हो गए थे कि उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने तक मन बना लिया और ऋषिकेश के एक ढाबे पर काम करने लगे। ढाबे पर संजय बर्तन धोते और लोगों को खाना परोसते। होटल पर आने वाला हर शख्स उन्हें पहचानता और उनके साथ फोटो क्लिक करता। वह पूरी तरह से इंडस्ट्री से गुम हो चुके थे, लेकिन कहते है ना कि किस्मत में लिखा कोई नहीं मिटा सकता है।
संजय मिश्रा के बुरे वक्त में निर्देशक रोहित शेट्टी की एंट्री बिल्कुल हीरो की तरह हुई। जिनकी वजह से आज हम अभिनेता को एक बार फिर बड़े पर्दे पर देख पाते हैं। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि रोहित शेट्टी अपनी फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ की कास्ट पर काम कर रहे थे। फिल्म में एक कॉमेडी एक्टर की जरूरत थी। जिसके लिए रोहित के दिमाग में संजय का नाम शुरूआत से था, क्योंकि रोहित अपनी पहली फिल्म ‘गोलमाल’ में उनकी बेहतरीन कॉमेडी से काफी इम्प्रेस हो चुके थे। यही वजह थी वह फिर से उनके साथ काम करना चाहते थे। बस कैसे ना कैसे रोहित ने संजय को खोज निकला और उन्हें नई फिल्म का ऑफर दे दिया।
फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ ने संजय का पूरा करियर ही बदला डाला। मूवी में उनकी कॉमेडी ने एक बार फिर सबका दिल जीत लिया और इसके बाद संजय भी अपनी जिंदगी के काले पन्नों को पीछे छोड़ जिदंगी के खूबसूरत पन्ने लिखने लगे। हाल ही में ओटीटी प्लेटफार्म पर उनकी फिल्म ‘बहुत हुआ सम्मान’ रिलीज़ हुई है। जिसे दर्शकों का बेहद प्यार मिल रहा है।