लोगों की सोच को बदलना है भूमि ने बताया, ‘देखिए फिल्म में वो मेरा किरदार है। जब आप फिल्म देखेंगे तो समझ जाएंगे कि हम मूवी में रंग का मजाक नहीं उड़ा रहे। इस फिल्म के जरिए हम कुछ लोगों की सोच को बदलना चाहते हैं जो रंग भेद को लेकर दूसरों का मजाक बनाते हैं।’
किरदार के अनुसार ढलना जरूरी
भूमि ने आगे कहा, ‘एक पल के लिए अगर मैं अलग किरदार न चुनती तो शायद ‘दम लगा के हइशा’ जैसी फिल्में ही न बनती। इस फिल्म के लिए मैंने 30 किलो वजन बढ़ाया था। अगर यह गलत है तो फिर इस फिल्म के किरदार में मुझे होना ही नहीं चाहिए था।’
पुरुष का किरदार भी निभाऊंगी
एक्ट्रेस ने बताया, ‘मेरी सभी फिल्में अलग थी और सभी में मेरा लुक अलग था। मैं हमेशा से अपने एक्टिंग कॅरियर को लेकर क्लियर रही हूं। अगर मुझे आगे एक आदमी का किरदार भी निभाने के लिए कहा जाएगा और वह कहानी अच्छी होगी तो मैं उसे जरूर करना चाहूंगी। चाहे उसके लिए मुझे किसी भी हद तक जाना पड़े। यह सब निर्देशक की डिमांड होती है। अगर वह कुछ अलग कहानी लेकर आते हैं तो मैं क्यों न करूं।’