छोटा और हंसाने वाला टाइटल चाहिए था
एक्टर ने कहा,’मुझे याद है कि हम इस बात को लेकर चर्चा और बहस कर रहे थे कि आखिर शीर्षक कितना बड़ा होना चाहिए। हम एक विचित्र, छोटा और हंसाने वाला टाइटल चाहते थे, जो फिल्म की कहानी को जस्टिफाई करे। मुझे पता था कि हमें एक ऐसा टाइटल देना होगा जो हर किसी की जुबान पर आसानी से आ जाए और लोग उसे नोटिस करें। टाइटल ऐसा चाहिए था जो हर किसी के चेहरे पर एक मुस्कान ला दे।’ साथ ही उन्होंने कहा,’मुझे याद है कि मैं करीब 30 दिनों तक दिन-रात इसके बारे में सोचता रहा और अचानक ही कहीं से मेरे दिमाग में इस नाम (बाला)का विचार आया।
लोग हंसे तो समझ में आया टाइटल अच्छा है
अभिनेता ने बताया,’मैंने अपने निर्माता को तुरंत फोन किया और कहा कि मुझे उनके लिए टाइटल मिल गया है। मैंने उन्हें ‘बाला’ टाइटल के बारे में बता दिया। मुझे याद है कि टाइटल सुनकर काफी देर तक हंसते रहे। तब मुझे समझ में आ गया कि हमारे पास एक अच्छा टाइटल है,जो लोगों को हंसाएगा। इसके बाद हमने सभी लोगों को इस टाइटल के बारे में बताया, क्योंकी हम इस टाइटल को लेकर उनकी प्रतिक्रिया जानना चाहते थे। सभी लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
नकारात्मक भूमिका कर सकता हूं
वहीं अपने अब तक के किरदारों को लेकर उन्होंने कहा,’मैं बहुत सारी हास्य फिल्में करता हूं, इसलिए लोग गंभीर या नकारात्मक भूमिकाओं की उम्मीद नहीं करते हैं। लेकिन अगर मुझे अवसर मिलता है तो मैं नकारात्मक भूमिका करने में भी संकोच नहीं करूंगा।’