ऋषि कपूर की धमकी के आगे नहीं झुके अभिनेत्री के पिता, सुपरहिट हुई मिथुन और इस अभिनेत्री की फिल्म
‘प्यार झुकता नहीं’ फिल्म के लिए पहले ऋषि कपूर को चुना गया था। वह यह फिल्म करने वाले थे लेकिन किसी कारण के वह इस फिल्म को नहीं कर पाए। और इस फिल्म को ना कर पाने का रिग्रेट भी था।
बॉलीवुड में डिस्को डांसर के नाम से फेमस एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) 71 साल के हो गए हैं। 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन को बी-टाउन में लोग प्यार से मिथुन दा भी कहते हैं। कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। अपनी एक्टिंग के दम पर लाखों दिलों पर राज करते हैं। मिथुन चक्रवर्ती के करियर में साल 1985 सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट रहा। यही वह साल है जब देश के एक बड़े तबके ने उन्हें हिंदी सिनेमा का अगला सुपरस्टार माना। सिर्फ डिस्को करने या मारधाड़ करने वाली छवि से आगे बढ़कर मिथुन ने इस साल ‘प्यार झुकता नहीं’ फिल्म में काम किया और यह सबसे बड़ी सुपरहिट साबित हुई थी।
मिथुन चक्रवर्ती और पद्मिनी कोल्हापुरे की फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ अपनी कहानी और अपने गानों के लिए खूब याद की जाती है। शमसुल हुदा बिहारी की लिखी इस फिल्म की कहानी और उनके ही लिखे गीतों का कमाल है कि ये फिल्म हफ्तों तक सिनेमाघरों में चलती रही। इस फिल्म में उन्होंने एक से बढ़कर एक मार्मिक गीत लिखे। श्रीदेवी और रजनीकांत को लेकर इस फ़िल्म की रीमेक बाद में तमिल में बनी। श्रीदेवी ने इसके तेलुगू रीमेक में भी काम किया। कन्नड़ में इस फ़िल्म की रीमेक विष्णुवर्धन और भाव्या के साथ बनी थी। फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ बनाने के लिए इसके निर्माता के सी बोकाडिया ने जिस पाकिस्तानी फिल्म से प्रेरणा पाई, वह भी हिंदी की चंद हिट फिल्मों का कॉकटेल थी।
‘प्यार झुकता नहीं’ के बाद पान की दुकानों पर बोर्ड लगे दिखते थे, प्यार झुकता नहीं, उधार बिकता नहीं। यहां तक की साल 1985 में अखबार में एक खबर छपी थी कि गुजरात की किसी पारिवारिक अदालत के जज ने तलाक़ के लिए उनके पास पहुंचे दंपती को अगली तारीख़ पर आने से पहले फिल्म ‘प्यार झुकता नहीं’ देखने की सलाह दी। अगली तारीख़ पर दोनों जज के सामने पहुंचे तो न सिर्फ़ उन्होंने अपना मुकदमा वापस लिया बल्कि जज को धन्यवाद भी कहा
लेकिन यह बात कम ही लोग जानते होगें की इस फिल्म के लिए पहले ऋषि कपूर को चुना गया था। वह यह फिल्म करने वाले थे लेकिन किसी कारण के वह इस फिल्म को नहीं कर पाए। और इस फिल्म को ना कर पाने का रिग्रेट भी था। जिसका जिक्र उऩ्होने अपनी बुक में भी किया है। इतना ही नहीं, रजत शर्मा ने इंटरव्यू में जब उनसे पूछा कि किसी बात का मलाल है, तब उन्होंने यही बात दोहराई थी कि एक ही बात का मलाल है कि मैंने बोकाडिया साहब की फिल्म प्यार झुकता नहीं छोड़ दी थी’।
अब हम आपको बताते हैं प्यार छुकता हैं से जुड़ा वह किस्सा जो आपको शायद ना पता हो। ये किस्सा जुड़ा है फिल्म की कास्टिंग से। हुआ कुछ यूं कि इस फिल्म के लिए जब पद्मिनी कोल्हापुरे को नाम फाइनल होने की चर्चा शुरू हुई तो इसका सबसे पहला रिएक्शन आया ऋषि कपूर से । ऋषि कपूर के साथ फिल्म ‘प्रेम रोग’ कर चुकीं पद्मिनी कोल्हापुरे को ये धमकी मिली कि अगर उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के साथ ये फिल्म की तो वह आगे से कोई भी फिल्म उनके साथ नहीं करेंगे। यह सुनकर पद्मनी के पिता पंढरीनाथ कोल्हापुरे ने जबाव में एक खत भिजवाया और कहा कि आपको पद्मिनी के साथ फिल्म करनी है या नहीं करनी, ये आपका फैसला है लेकिन पद्मिनी ने ये फिल्म मिथुन चक्रवर्ती के साथ करने का फैसला कर लिया है और वह अपनी जुबान से पीछे नहीं हटेंगी।
आपको बता दें 1985 में मिथुन ने ‘प्यार झुकता नहीं’, ‘गुलामी’ और ‘प्यारी बहना’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया। इसी साल मिथुन की एक और फिल्म रिलीज हुई ‘आंधी तूफान’। इस साल को मिथुन के जीवन का टर्निंग प्वाइंट माना जाता है। साथ ही आपको बता दें जासूसी फिल्म सुरक्षा(1979) से मिथुन को पहचान मिली थी। 1980 का दशक मिथुन चक्रवर्ती के करियर का सबसे गोल्डन टाइम था। दशक की शुरुआत हिट फ़िल्मों हम पांच(1980) और वारदात (1981) हुई जो कि सुरक्षा फिल्म कि अगली कड़ी थी।