दरअसल, कुछ समय पहले दीपिका पादुकोण ने मेंटल हेल्थ ( Deepika Padukone mental health ) को लेकर बात की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि वह भी डिप्रेशन ( Deepika Padukone was going through depression ) का शिकार हो गईं थीं। दीपिका ने कहा ‘वह तब डिप्रेशन में गई जब उनका करियर टॉप ( Deepika Padukone’s career was on top ) था। उन्हें इस बात की कोई उम्मीद नहीं थी। उनका रिलेशनशिप और काम ( Relationship and work was going well ) सभी ही पूरी तरह से ठीक चल रहे थे। लेकिन एक दिन जब वह सुबह उठी तो वह अचानक से बेहोश हो गईं। खैरियत की बात यह थी कि उनके घर में कामकाज ( Houseworkers are present ) करने लोग मौजदू थे जिन्होंने उन्हें फर्श से उठाकर बिठाया।
डॉक्टर ने जांच ( Doctor check deepika ) करने के बाद बताया कि अधिक थकावट की वजह से बेहोश ( Fainted due to exhaustion ) हो गई थीं, लेकिन असल में वह डिप्रेशन का पहला लक्षण ( The first symptom of depression was ) था। दीपिका ने बताया कि कुछ समय बाद उनका बाहर जाने का मन नहीं करता था और ना ही लोगों से मिलने और बात करने का मन करता था। वह बस सोती ही रहती थीं । दीपिका ने बताया एक बार उनके माता-पिता उनके साथ रहने के लिए आए, लेकिन जब वह अपना सामान वापस जाने के पैक कर रहे थे। तो वह जोरों से रोने लगी। जिसके बाद उन्होंने मनोचिकित्सक ( Psychiatrist ) से बात की। जिसके बाद उन्हें पता चला कि वह क्लिनिकल डिप्रेशन ( Clinical depression ) से जूझ रही हैं। लेकिन वह चाहती थीं यह बात किसी को पता नहीं चले इसलिए जब भी कोई उनसे पूछता कि कैसी ? क्या चल रहा है? उनका जवाब हमेशा एक ही होता थी बहुता बढिया। जबकि वह अंदर से उनकी हालत बेहद ही खराब हो चुकी थी।
दीपिका ने इस बात का खुलासा विश्व आर्थिक मंच 2020 ( ( World Economic Forum 2020 ) में किया था। जिसका आयोजन 21 से 24 जनवरी के बीच दावोस स्विट्जरलैंड (Davos Switzerland) में किया गया था। यहां उन्होंने विश्व स्वास्थय संगठन ( WHO ) के महानिदेश डॉक्टर टेड्रोस एडेनोम गेब्रिएसिस ( Director general tedros adenom gabriasis ) से मेंटल हेल्थ ( Mental health ) पर बात की थी। जिसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे ‘द लिव, लव लाफ फाउंडेशन’ ( The Live Love Of Foundation ) की शुरूआत की। बता दें WEF 2020 में दीपिका को क्रिस्टल अवॉर्ड ( Crystal award ) से सम्मानित भी किया गया था। उन्हें मानसिक स्वास्थय के क्षेत्र में योगदान ( Contribution in the field of mental health ) देने के लिए इस पुरस्कार से नवाज़ा गया था।