मनोज को दिया सहारा
फिल्म में दिखाया गया है कि मनोज जब अपने घर से केवल सपने लेकर निकलता है, तो उसके पास अपने दादी के दिए चंद रुपयों के अलावा और कुछ नहीं था। फिर मनोज को प्रीतम मिलता है जो उसे दिल्ली ले जाता है। दिल्ली में मनोज की मुलाकात गौरी भईया से होती है। गौरी भईया ने मनोज की भरसक मदद की। गौरी भईया नाम के किरदार मुखर्जीनगर में चाय की दुकान चलाता है। गौरी भईया ने आईएएस में सेलेक्ट ना होने के बाद चाय का काम शुरू किया।
अब कहां हैं रिस्टार्ट वाले गौरी भईया
बार-बार रिस्टार्ट-रिस्टार्ट बोलकर सभी को मोटीवेट करने वाले गौरी भईया इस वक्त क्या कर रहें हैं? यह सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है। बता दें कि गौरी भईया का नाम काल्पनिक रखा गया है। मनोज के वास्तविक दोस्त की पहचान छुपाने के लिए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 12th फेल के गौरी भईया की आज भी मुखर्जीनगर में चाय की दुकान है और वह अब भी छात्रों को मार्गदर्शन दे रहे हैं।