– यदि जानवर काट ले तो घरेलू समझकर टालें नहीं फौरन विशेषज्ञ की सलाह से इलाज कराएं।
– पालतू जानवरों के मल-मूत्र की फौरन सफाई करें। जानवर को शयनकक्ष में न आने दें इससे आप एलर्जी से बचें रहेंगे।
– पेट्स की नियमित रूप से जांच-पड़ताल करवाएं। उसका वेक्सीनेशन विशेषज्ञ की सलाह से करवाते रहें। इसके अलावा जिस भी जानवर को पाल रहे हैं उसकी जानकारी रखें कि उसके बाल कितने समय पर झड़ने लगते हैं। खुजली की बीमारी किस मौसम में होने की आशंका रहती है।