अच्छी नींद लें:
नींद और याद्दाश्त का गहरा संबंध है क्योंकि सोते वक्त दिमाग खुद को रीसेट करता है जिससे नींद खुलने पर सभी सूचनाओं को याद रख सके। अगर नींद ढंग से न ली जाए तो याद्दाश्त कमजोर होने लगती है और हम चीजों को भूलने लगते हैं।लिखने की आदत डालें:
आप जो कुछ भी पढ़ते हो या याद करते हो उसे एक नोट्स पर लिखते जाए, क्योंकि जब हम अपनी बातों को भूल जाते हैं तब ये नोट्स आपके बातों को याद दिलाते हैं। कहते हैं इंसान सब कुछ भूल सकता है लेकिन अपनी दस्तावेज नहीं। चीजों को लंबे समय तक याद रखना चाहते हैं तो उन्हें लिखने की आदत डालें, क्योंकि लिखी हुई चीजें हमेशा आपको याद दिलाती है। जरूरत पड़ने पर लिखे तथ्यों को पढ़ने पर ये आपके दिमाग में ताजी हो जाते है। इससे जरूरी बात लंबे समय तक याद रहती हैं।मुंह चलाना:
कई शोधों का मानना है कि 20 से 30 मिनट तक मुंह चलाने का अभ्यास करने से दिमाग तेज काम करता है।मुट्ठी भींचे:
अगर काम के दौरान आप आजकल छोटी छोटी बातें कुछ ज्यादा ही बोल रहे हैं तो इन्हें याद रखने का आसान तरीका है। कुछ याद करते वक्त आप अपने अपने हाथों की मुट्ठी बनाएं और जितना हो सके उतना भींचें। मुट्ठी बनाने के लिए बाएं हाथ का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करें। इसे कम से कम 45 सेकंड तक करें।चीजों की पहचान करें:
अगर आप कहीं जाते हैं और रास्ता भूल जाते हैं तो जाने के समय में उस जगह की चीजों की आप पहचान करें। जिससे आपको पता चल जाएगा कि आपको किस रास्ते जाना है।ध्यान केंद्रित करें:
याद्दाश्त सुरक्षित रखने में सबसे बड़ा योगदान ध्यान केंद्रित करने का होता है। ध्यान केंद्रित करने से दिमाग और मन को शांति मिलती है जो एक जगह स्थिर होती है। ध्यान बौद्धिक कार्यों को प्रभावशाली तरीके से करने में मदद करता है।खाने में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें:
याद्दाश्त को सुरक्षित बढ़ाने में कार्बोहाइड्रेट अपना बहुत बड़ा योगदान देता है। एक अध्ययन में व्यक्ति की याददाश्त और खाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा के बीच संबंध पाया गया है। अगर भोजन में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है तो याद रखने की क्षमता कम होने लगती हैं।