डॉक्टरों के मुताबिक अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की वजह से शरीर में कई प्रकार के न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर हो रहे हैं। ये भोजन सीधे दिमाग पर असर डाल रहे हैं, जिससे ब्रेन के फंक्शन कमजोर हो रहे हैं। आर्थराइटिस जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए प्रोसेस्ड फूड अधिक नुकसानदायक है। आर्थराइटिस इम्यून से जुड़ी बीमारी है। इस पर खानपान का विशेष प्रभाव पड़ता है। वहीं अधिक प्रोसेस्ड फूड के सेवन से लीकी गट की समस्या पैदा होती है, जिसके चलते आंत की अंदरूनी लाइनिंग से पोषक तत्वों के साथ-साथ विषैले तत्व भी नसों में चले जाते हैं। ब्लड सर्कुलेशन के साथ ये तत्व नसों में घूमते रहते हैं। इससे शरीर के इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचता है। पिज्जा, बर्गर, नमकीन, चिप्स, चॉकलेट ओर हॉटडॉग जैसी चीजें अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स होती हैं। ये सभी काफी कम समय में तैयार हो जाती हैं और इनका स्वाद भी काफी अलग होता है, इस वजह से लोग इनको खाना पसंद करते हैं। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में सामान्य भोजन की तुलना में काफी अधिक कैलौरी होती है जिस वजह से शरीर में मोटापा बढ़ता है। इस भोजन की वजह से हार्ट डिजीज होने का खतरा भी काफी अधिक होता है।
आर्टिफिशियल शुगर है खतरनाक डॉक्टरों के अनुसार कैंडी, टॉफी और पेस्ट्री जैसे खाद्य पदार्थों को बनाते वक्त आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म डिस्टर्ब होता है। इससे हार्ट डिसीस, स्ट्रोक, कैंसर, अस्थमा, डिप्रेशन, एलर्जी जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। डाइबिटीज के मरीजों के बीच सुक्रालीज का अधिकतर इस्तेमाल किया जाता है। यह गुड बैक्टीरिया की संख्या को कम कर देता है जो पाचनतंत्र के लिए जरूरी होती है।
@टॉपिक एक्सपर्ट प्रोसेस्ड फूड ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं, जिन्हें पहले से बनाकर रख दिया जाता है और लंबे समय तक संरक्षित रखने के बाद उपयोग किया जाता है। प्रोसेस्ड फूड में मौजूद सोडियम हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है और इसका सीधा असर इंसान के हार्ट पर पड़ता है। प्रोसेस्ड फूड के नियमित सेवन से मोटापा, हार्ट संबंध बीमारियां, टाइप-2 डायबिटीज और कैंसर जैसी घातक बीमारी होती है। इसे लेकर हमें जागरूक होने की जरूरत है। – डॉ.समर्थ शर्मा, गैस्ट्रोलॉजिस्ट