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Bhilai Maitribagh: सिंघम भिलाई को दे रहा 20 लाख का राजस्व, हर दिन पहुंच रहे 5 हजार पर्यटक… इसके बाद भी लोगों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। बता दें कि जनवरी 2022 में यह खाता
बिलासपुर स्थित एचडीएफसी बैंक में अचानकमार टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन के नाम से खोला गया था। खाते में जमा होने वाली सहयोग राशि से बाघों के रहवास विकास, वन्यजीव संरक्षण में जागृति पैदा करने, वन्यप्राणियों के शोध को बढ़ावा देने व एटीआर में स्थानीय समुदाय को रोजगार देने के साथ ही शिक्षा एवं ईको-टूरिज्म में उपयोग किया जाना था।
CG News: इस तरह की अपील
वन विभाग द्वारा अपील की गई थी कि बाघों के संरक्षण एवं संर्वधन में आम नागरिक अपनी भागीदारी और नैतिक जिम्मेदारी है। इससे वन्य प्राणियों और मानव के बीच बढ़ रही दूरी और द्वंद्व को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही लोगों में वन्य प्राणियों के प्रति सहानुभूति का भाव भी जागृत होगा। बता दें कि इस समय एटीआर में मध्यप्रदेश के कान्हा से 2 और महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिला स्थित ताड़ोबा से 1 बाघ लाने की तैयारी चल रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस समय एटीआर में 10 बाघ हैं। नए मेहमानों के आने से कुनबे में इजाफा होगा। वन विभाग द्वारा अचानकमार
टाइगर कंजर्वेशन फाउण्डेशन के नाम से बिलासपुर स्थित एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया था। इसका खाता नम्बर 50200025484509 और आईएफएससी कोड – HDFC0003659 सार्वजनिक किया गया था। साथ ही बताया गया था कि इस खाते में रकम जमा करने पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 जी के तहत छूट मिलेगी। वहीं अपील करते हुए लोगों से सहायता मांगी गई थी। इसमें अपनी स्वेच्छा से 1 रुपए से लेकर अधिकतम अपनी इच्छा के अनुसार जमा करने का अनुरोध किया गया था। लेकिन, लोगों ने इसमें रुचि नहीं दिखाई।
फील्ड डायरेक्टर एटीआर मनोज कुमार पांडेय ने कहा अचानकमार टाइगर कंजरवेशन फाउण्डेशन के नाम से बिलासपुर स्थित एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है। इस खाते में कोई भी अपनी इच्छा के अनुसार रकम जमा करवा सकता है।