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बिलासपुर

झालर और दीपों की रोशनी से जगमगाए घर-आंगन

सोमवार को धनतेरस की तिथि पर सुबह से ही खरीदारी का मुहूर्त होने के कारण बाजार में जमकर खरीदारी की गई।

बिलासपुरNov 06, 2018 / 12:53 pm

Amil Shrivas

festival

झालर और दीपों की रोशनी से जगमगाए घर-आंगन

बिलासपुर. दीपोत्सव की शुरुआत सोमवार को शुभ तिथि के साथ शुभ मुहूर्त में सोम प्रदोष के योग में धनतेरस से हुई। सुबह से ही भगवान धनवंतरि की पूजा कर आरोग्य की कामना की गई। वहीं बाजार में भ्भी खरीदारी कर मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने लोग खरीदारी करते नजर आए। शाम को मिट्टी के तेरह दीप जलाकर धनतेरस की विधि पूरी करते हुए पूजा की गई। मुख्य द्वार पर रंगोली व दीप जलाकर मां लक्ष्मी का आह्वान किया गया। सोमवार को धनतेरस की तिथि पर सुबह से ही खरीदारी का मुहूर्त होने के कारण बाजार में जमकर खरीदारी की गई।
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IMAGE CREDIT: patrika
सुबह 11.05 बजे से दोपहर 2.45 बजे तक व शाम में 5.27 बजे से रात्रि 9.43 बजे तक सोम प्रदोष योग में बर्तन से लेकर स्वर्ण-आभूषणों की खरीदारी की गई। मान्यता है कि इस दिन बर्तन के साथ चांदी व सोने की सामग्री खरीदना उत्तम होता है। इसलिए बाजार में लोग सुबह से खरीदारी करने पहुंचे जिससे खूब भीड़ रही। दीप जलाकर घरों को रोशन किया गया। वहीं चारों तरफ सजे रंग-बिरंगे झालर ने हर घर की खूबसूरती को बढ़ा दिया। विधि-विधान से शाम को पूजन कर आतिशबाजी की गई।
हर घर आंगन में बनाई गई रंगोली : दीपोत्सव में रंगोली सजाकर मां लक्ष्मी का स्वागत किया जाता है। इसी वजह से हर घर के आंगन में सुंदर-सुंदर रंगोली सजाई गई। कहीं अल्पना तो किसी ने फ्री हैण्ड रंगोली में कई तरह के कलाकृति बनाकर रंग भरे। हर घर के बाहर रंगोली सजी रही।
भगवान धनवंतरि की हुई पूजा : भगवान धनवंतरि आरोग्य के देव माने जाते है। धनतेरस के दिन ही वे कलश लेकर समुद्र से उत्पन्न हुए थे। इस वजह से इसदिन उनकी पूजा का विधान है। सुबह से ही उनकी पूजा कर अपने घर परिवार के लोगों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की गई। इसके साथ ही आयुर्वेद के क्षेत्र से जुड़े लोगों ने पूजन किया।

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