scriptWedding Season: शादियों में प्रिंट से ज्यादा डिजिटल कार्ड्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या कहते हैं डिजाइनर | Demand for digital cards increased more than printed cards in weddings | Patrika News
बिलासपुर

Wedding Season: शादियों में प्रिंट से ज्यादा डिजिटल कार्ड्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या कहते हैं डिजाइनर

Wedding Season: शादियों में इनविटेशन कार्ड का विशेष महत्व होता है। व्यस्तता के चलते अक्सर किसी न किसी को कार्ड देना छूट जाता है।

बिलासपुरDec 01, 2023 / 11:46 am

योगेश मिश्रा

Wedding Season: शादियों में प्रिंट से ज्यादा डिजिटल कार्ड्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या कहते हैं डिजाइनर

Wedding Season: शादियों में प्रिंट से ज्यादा डिजिटल कार्ड्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या कहते हैं डिजाइनर

बिलासपुर। Wedding Season: शादियों में इनविटेशन कार्ड का विशेष महत्व होता है। व्यस्तता के चलते अक्सर किसी न किसी को कार्ड देना छूट जाता है। इस समस्या के समाधान के रूप में इन दिनों प्रिंटिंग की जगह डिजिटल वेडिंग कार्ड का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ग्राफिक डिजाइनर और वेडिंग फोटोग्राफर गौरव दुबे बताते हैं कि अपने शादी के एक बेहतरीन ग्राफिक एडिटेड डिजिटल वेडिंग कार्ड के लिए कॅपल्स लाखों रुपए तक खर्चने को तैयार हैं। इधर अपने बेटे की शादी के लिए डिजिटल कार्ड बनवाने पहुंचे हरनारायण तिवारी बताते हैं कि अब परिवार के लोग डिजिटल रूप से भेजे गए कार्ड को भी स्वीकार करने लगे हैं।
यह भी पढ़ें

प्रबंधक की बहाली से 11 गांव के किसानों में रोष, मुख्य मार्ग पर चार घंटे तक किया चक्काजाम

मौजूदा समय में बाजार में 10 रुपए से लेकर 5 हजार रुपए प्रति कार्ड तक के ऑप्शन मौजूद हैं। कम बजट वालों के लिए अब भी ऑफसेट प्रिंटेड कार्ड की डिमांड अधिक रहती है। वहीं इसके अलावे इन दिनों गोल्डन टच और मैट फिनिश, बटर पेपर, लेजर कटिंग कार्ड्स और कंटेनर कार्ड्स का काफी ट्रेंड बना हुआ है। लेकिन इन सब के अलावा अब कॅपल्स शादियों के लिए डिजिटल कार्ड्स बनवाना भी पसंद कर रहे हैं।
कार्ड्स से शादी की भव्यता का अंदाजा

लोगों का मानना है कि वेडिंग कार्ड्स से लोग इस बात का अंदाजा लगा लेते हैं कि शादी कितनी खास और लग्जरी होगी। कार्ड प्रिंटिंग के व्यवसाय से जुड़े सुभाष साहू बताते हैं कि कार्ड बनाने का बिजनेस शादियों के दिनों में विशेष जोर पकड़ता है । शादियों के शुरुआत से महीने भर पहले से ही कॅपल्स और उनके फैमिली मेमंबर कार्ड के डिजाइन देखने, पसंद करने दुकानों में पहुंचने लगते हैं। ऐसे में लोग अपनी जेब के हिसाब से कार्ड पसंद करते हैं। बहरहाल अब मांगलिक कार्यों में प्रिंटिंग की जगह डिजिटल वेडिंग कार्ड्स का चलन बढ़ रहा है। इसे अब घर के वरिष्ठ भी बखूबी स्वीकार करने लगे हैं।
यह भी पढ़ें

CIMS की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल, हाई कोर्ट ने जारी किया यह आदेश, जानिए मामला…



गिफ्ट्स के साथ कार्ड

महंगी शादियों के लिए जो वेलवेट टच वाले डिजाइनर कार्ड बनाए जा रहे है। महंगे कार्डों को परोसने का भी तरीका अलग है। लोग इस तरह के कार्ड को बास्केट में रख कर अपने परिजनों को परोसना पसंद करते हैं। इन बास्केट में ड्राई फ्रूट्स, मिठाइयां और चॉक्लेट आदि कस्टमर के डिमांड के हिसाब से शामिल किया जाता है। जितना बड़ा बजट उतना बड़ा बास्केट और उतने महंगे गिफ्ट्स।
यह भी पढ़ें

सुपेला में आधी-अधूरी कार्रवाई कर लौटी नगर निगम की टीम, शाम होते ही फिर काबिज हो गए अवैध कब्जेधारी

कार्ड कम हो लेकिन डिजाइनर हो

वेडिंग कार्ड के संचालकों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में पेपर वाले वेडिंग कार्ड की डिमांड में कमी आई है। पहले एक परिवार कम से कम 250 से 400 कार्ड छपवाते थे, वहीं अब केवल 100 से 150 कार्ड ही प्रिंट करवाते हैं। इसकी मुख्य वजह डिजिटल कार्ड है। लोग अपने खास परिवार के अलावा सभी को डिजिटल कार्ड ही भेजना पसंद कर रहे हैं। इसके चलते अब जो परिवार कार्ड प्रिंट करवाते हैं तो वह क्वालिटी और डिजाइन से कोई कम्प्रोमाइज नहीं चाहते हैं।

Hindi News/ Bilaspur / Wedding Season: शादियों में प्रिंट से ज्यादा डिजिटल कार्ड्स की बढ़ी डिमांड, जानिए क्या कहते हैं डिजाइनर

ट्रेंडिंग वीडियो