कार्यकर्ताओं की ओर से पार्टी प्रत्याशी मूण्ड का विरोध करने और बेनीवाल को चुनाव लड़ने का आग्रह किया गया। जिस पर बेनीवाल ने 6 नवम्बर को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ता और बेनीवाल समर्थकों की करीब पांच घण्टे सभा चली।
बेनीवाल ने टिकट कटने पर भावुक होकर अपनी बात रखी। जिस पर समर्थक चुनाव लड़ने के लिए नारेबाजी करने लगे। इस पर बेनीवाल ने कहा कि जनता ही माई-बाप है। जिस पार्टी को दिन-रात लगन-मेहनत से मजबूत किया, आप लोगों की भावना व विश्वास से ही दिल पर पत्थर रखकर चुनाव लड़ेंगे।
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पार्टी में रहते बगावत के सुर
पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ सभा करने में मंचासीन कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी रहे। हालांकि किसी ने भी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों से इस्तीफा देने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी पार्टी के पुनर्विचार का इंतजार कर निर्णय करेंगे।