बाड़मेर जिले की बावरवाला- सेडवा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में व्याख्याता के पद पर कार्यरत इस शिक्षक को ये टिप्पणी करना भारी पड़ गया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस व्याख्याता को एपीओ करते हुए निदेशालय में उपस्थिति देने के आदेश दे दिए। हालांकि आदेशों में फेसबुक पर टिप्पणी का कोई हवाला नहीं है, केवल प्रशासनिक कारणो से एपीओ करना अंकित किया गया है।
संगठनों ने किया विरोध राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश मीडिया सदस्य आशीष त्रिवेदी ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन बताया है। उन्होंने एपीओ करने के आदेशों को तुरन्त वापस लेने की मांग की है। संगठन ने चेतावनी दी है कि आदेश वापस नहीं लिए गए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। संगठन का आरोप हैं कि वायरल हुए इस फेसबुक पोस्ट पर चौहटन विधायक की ओर से संज्ञान लिए जाने पर सरकार ने ये कार्यवाही की है। जिससे शिक्षक वर्ग आहत है।