बाल वैज्ञानिकों की जुबानी
राजकीय महारानी उच्च माध्यमिक विद्यालय की दसवीं की छात्रा रेणु चौधरी ने चन्द्रयान-3 बनाने में एक सप्ताह का समय लिया। इसके लिए उसने खुद एक-एक उपकरण की खरीद की और इसे चलाने के तरीकाें को सीखा। उसने बताया कि जब से चन्द्रयान-3 की यात्रा सफल हुई थी। तभी से उसके मन में इसे बनाने की इच्छा हो गई थी। इसके लिए उसने यूट्यूब का सहारा भी लिया और इसे बनाने में काम आने वाली सामग्री एकत्र की। इसके बाद बिना किसी की सहायता के उसने चन्द्रयान-3 का मॉडल तैयार किया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र प्रवीण खत्री ने भी कुछ ऐसा ही विवरण दिया।
दिव्यांग विद्यार्थी भी पीछे नहीं
विज्ञान मेले में दिव्यांग विद्यार्थी भी पीछे नहीं रहे। राजकीय माध्यमिक मूक बघिर विद्यालय के होनहारों ने अपने शिक्षकों से समझे गए इशारों के माध्यम से ही कई तरह के मॉडल तैयार कर अपनी योग्यता को प्रदर्शित किया। स्कूल के विद्यार्थी कालूराम ने सड़क हादसों को रोकने से संबंधित मॉडल बनाकर अपने हुनर का लोहा मनवाया। इस स्कूल के 12 विद्यार्थियों ने अलग-अलग तरह के मॉडल प्रदर्शित कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
उद्घाटन कार्यक्रम
स्कूल में जिला स्तरीय विज्ञान मेले का उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी एवं रिसर्च ऑफिसर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग सुनील कुमार बोड़ा थे। स्कूल की प्राचार्य नजीमा अजीज भी मौजूद थीं। आयोजन कमेटी में विपिन जैन व प्रमोद शर्मा थे। कार्यक्रम में अतिथियों ने बाल वैज्ञानिकों के बनाए मॉडल की सराहना की। इसमें चयनित होने वाले 6 मॉडल्स को राज्य स्तर पर भेजा जाएगा।