चतुर्थीयुक्त व्रत शास्त्र सम्मत वासुदेव कृष्ण धर्मसागर पंचांग के गणितकर्ता पंडित अशोक कुमार ओझा के अनुसार कजली तीज का व्रत चतुर्थीयुक्त करना ही शास्त्र सम्मत है। द्वितीयायुक्त तिथि को व्रत करना शुभदायक नहीं है। गणेश पंचांगकर्ता पंडित राजेन्द्र किराडू ने बताया कि द्वितीयायुक्त तिथि में व्रत करना निषेध बताया गया है। डॉ. गोपाल भादाणी ज्योतिषाचार्य ने कहा कि चतुर्थीयुक्त तिथि में व्रत करने से पुत्र पौत्रादि की प्राप्ति होती है।
चर्चा में ये हुए शामिल शास्त्र सम्मत चर्चा में पंडित जुगल किशोर ओझा, अशोक कुमार ओझा, राजेन्द्र किराडू, उत्तम पारीक, आशीष भादाणी, गोपाल भादाणी, प्रहलाद ओझा, सुशील किराडू, अशोक किराडू, गोपाल दास ओझा, शांति प्रसाद बिस्सा, विजय कुमार ओझा, ललित ओझा, वीरेन्द्र ओझा,नमामी शंकर ओझा, कृष्ण कांत ओझा, विनोद ओझा, विद्यासागर ओझा, मोहन ओझा, अनिल ओझा, बांके बिहारी, लौकेश, यज्ञेश, अमित सागर, विमल, योगेश शास्त्री सहित अनेक पंडित, ज्योतिषाचार्य व गणितकर्ता आदि शामिल हुए।