इसलिए ऐसी कॉल से सावधान बरतने की सलाह देकर टरका रहे हैं। इससे लोग परेशानी में हैं। करीब ढाई माह पहले उस्तों की बारी के बाहर निवासी शिक्षिका मंजू आचार्य के एटीएम नंबर पूछकर खाते से 28 हजार 800 रुपए निकाल लिए गए।
सात महीने पहले धोबी तलाई निवासी महबूब पडि़हार के रुपए भी खाते से निकाल लिए गए। इस संबंध में कोटगेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज है। इस संबंधमें नयाशहर पुलिस में शिकायत की लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस तरह के मामले एक-दो नहीं अब सैकड़ों सामने आ चुके हैं।
इस तरह के बीछवाल, सदर, कोटगेट व जेएनवीसी थाने में भी शिकायतें दर्ज हो चुकी है। पिछले छह माह में जिलेभर में एटीएम से रुपए निकालने की कई थानों में शिकायतें पहुंचीं लेकिन पुलिस आज तक एक भी मामले का खुलासा नहीं कर पाई है।
इससे पीडि़तों में रोष भी है। लोगों का कहना है कि पुलिस को मोबाइल नंबर तक देने के बावजूद ऐसे ठगों को पकड़ नहीं पा रही है। पुलिस हर बार सबूत मांगती है। अब सबूत दे रहे है तो भी ठग हाथ नहीं आ रहे।
यूं करते हैं ठगी किसी नंबर से पीडि़त के पास मोबाइल पर फोन आता है कि संबंधित बैंक से बोल रहे हैं। आपका खाता व एटीएम ब्लॉक कर दिया जाएगा। आप अभी अपने एटीएम के नंबर और पासवर्ड बताइए। इस ठगी से अनजान
लोग जैसे अपने एटीएम कार्ड के नंबर और पासवर्ड बताते हैं कुछ ही देर में खाते से रुपए निकल लिए जाते हैं। बैंक की अपील स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर के उपमहापबंधक राकेश कौशल ने सभी बैंकों के उपभोक्ताओं से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को बैंक खातों की जानकारी फोन पर नहीं देवेंं।
कोई भी बैंक उपभोक्ता से खाता संबंधी जानकारी फोन पर नहीं लेती है। उपभोक्ता को कोई शिकायत हो, वह संबंधित बैंक से संपर्क करें। कोटगेट थाने को बनाया नोडल एटीएम कार्ड चोरी, एटीएम लूट, एटीएम मशीन के पिन पैड के साथ छेड़छाड़, ऑनलाइन एटीएम कार्ड, एटीएम कार्ड की क्लोनिंग जैसे अपराध भादंसं की धारा 457,380, 511, 461 में आते हैं। इन अपराधों की एफआईआर एवं अनुसंधान के लिए गृह विभग के आदेशानुसार कोटगेट थाने को नोडल बना रखा है।
डॉ. अमनदीपसिंह कपूर, पुलिस अधीक्षक