खतरे से खाली नहीं स्कूली बसों में बच्चों का सफर गहनता से छानबीन के दौरान पता चला कि मृतक ने 21 मार्च को एक स्कार्पियो गाड़ी 3 लाख 35 हज़ार में खरीदी थी। पुलिस ने शक के आधार पर जब कार मालिक से पूछताछ की गई तो पता चला कि 21 मार्च को मृतक रोहित के साथ उसके 2 साथी कार खरीदने के दौरान आए थे। एसपी सिटी दिनेश सिंह ने हत्या आरोपियों का खुलासा करते हुए बताया की उसके दोनों दोस्तों ने ही हत्या की थी। दरअसल में कार मालिक के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान दोनों से पूछताछ की गई थी। पूछताछ के दौरान दोनों ने घटना को अंजाम देना कबूल कर लिया।
भारत बंद पर धर्मगुरु ने दिया यह बड़ा बयान पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो पता चला जनपद बिजनौर के रहने वाले मुजिम शेख और आफताब दिल्ली में रहकर
काम कर रहे थे। मृतक रोहित गुप्ता के साथ ये दोनों उस दिन कार खरीदने गए थे। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर जब कड़ाई से पूछताछ की तो इन्होंने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि रोहित गुप्ता के पास रुपये और गाड़ी देखकर लालच आ गया था। गाड़ी की एसी ठीक कराने के लिए हरिद्वार आए थे। हरिद्वार से लौटते वक्त दोनों ने मिलकर हत्या कर दी और मंडावली के पास मृतक के शव को डाल दिया था।