दरअसल, मुरादाबाद में तैनात हेड कांस्टेबल मनोज रस्तोगी पर 31 अक्टूबर को एक महिला ने थाने में उसकी बेटी के साथ रेप के मामले में कॉन्स्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले को लेकर पुलिस ने कांस्टेबल मनोज रस्तोगी को थाने में आने के लिए कहा था। लेकिन आरोपी मनोज रस्तोगी के थाने ना पहुंचने पर पुलिस ने आरोपी के मकान में कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया था। इस प्रकरण को लेकर आरोपी मनोज रस्तोगी का कहना है कि महिला द्वारा उसको झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है।
यह भी देखें: सुशासन दिवस पर नोएडा के 30 कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित आरोप है कि महिला ने एक बार रेप का मुकदमा लिखवा कर उससे समझौता भी कर लिया था। लेकिन 31 अक्टूबर को महिला ने फिर से थाना कोतवाली शहर में मेरे खिलाफ बेटी के साथ रेप करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना को लेकर मैं हाई कोर्ट स्टे के लिए गया था।लेकिन स्टेन ना मिलने पर मैं अपने वकील गौरव गोयल के साथ बिजनौर थाना कोतवाली शहर में सरेंडर करने आया हूं।
उधर रेप के आरोपी हेड कांस्टेबल के मामले को लेकर एसपी बिजनौर डॉ धर्मवीर सिंह ने बताया कि एक महिला द्वारा अपने बच्ची के रेप के मामले में आरोपी सिपाही के खिलाफ थाना कोतवाली शहर में पास्को एक्ट व 376 धारा में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें की पुलिस ने आरोपी सिपाही मनोज रस्तोगी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आगे की कार्रवाई की जा रही है।