आरोपियों का पता लगाने में जुटी पुलिस
गौरतलब है कि अश्वनी उर्फ जॉनी ने मामूली सी कहासुनी को लेकर अपने पड़ोसी के दो चचेरे भाईयो को 26 सितंबर को दिन दहाड़े गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। तभी से पुलिस हत्यारे जॉनी को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर ही रही थी कि चार दिन बाद यानी 30 सितम्बर को जॉनी दादा ने एक तरफा प्यार करने को लेकर दिन दहाड़े युवती निकिता की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। वो भी महज़ इसलिए कि निकिता को दस साल पहले अश्वनी ने प्यार के लिए प्रस्ताव रखा था, लेकिन निकिता ने प्रस्ताव ठुकरा दिया था और कई साल से निकिता बिजनौर छोड़कर दुबई में बतौर एयर होस्टेस पर नौकरी कर रही थी। मुरादाबाद में अभी हाल ही में निकिता की शादी होनी थी। उसी सिलसिले में अपने घर यानी बिजनौर के दौलताबाद आई हुई थी। 30 सितम्बर की शाम को युवती की गोली मारकर हत्या करने के बाद आरोपी जंगल के रास्ते फरार हो गया।
पुलिस इसलिए जंगल में कर रही तलाश
हालांकि पुलिस को ये अंदेशा है कि जॉनी अभी जंगल मे ही शरण लिए हुए है। इसी लिहाज़ से एसपी संजीव त्यागी ने जनपद बिजनोर की 21 थानों की फोर्स लगाकर रोज़ाना दिन रात ईंख के खेतों में कॉम्बिंग की जा रही हैं, लेकिन अश्वनी उर्फ जॉनी दादा को कोई भी पुलिस को सुराग नहीं मिल पा रहा । पुलिस को ये भी अंदेशा है कि कही जानी दादा अपना अगला शिकार किसी और को न बना ले। इसी लिहाज़ से पुलिस ने मृतक के परिवार व गवाहों को सुरक्षा मुहय्या करा दी है। उधर एसपी संजीव त्यागी ने फोन पर बताया कि अभी भी खेतो में पुलिस द्वारा कॉम्बिंग की जा रही हैै।