मामला थाना स्योहारा के गांव इस्लाम नगर का हैं जहां कि रहने वाली एक महिला ने पड़ोस के कुछ लड़के उसकी बेटी पर बुरी नजर रखते हैं। 16 जून की सुबह उसका परिवार ईद की तैयारी में जुटा था। तभी पड़ोस में ही रहने वाले तीन युवक उसके घर मे जबरन घुस आए और काम कर रही उसकी बेटी को ज़मीन पर गिराकर बुरी तरह से लात घूंसों व लोहे की राड से पीटने लगे। शोर सुनकर बेटी को बचाने गई महिला से भी आरोपी दबंगो ने मार-पीट की और फरार हो गए। महिला का कहना है कि जब वो लहूलुहान घायल बेटी को थाने लेकर गयी तो उसकी सुनवाई से पुलिस ने इनकार करते हुए सुलह करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। साथ ही मेडिकल के बाद भी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा।
जब महिला ने समझौते से इनकार कर दिया तो पुलिस ने पीड़िता के दो बेटों को थाने में बंद कर दिया। परेशान पीड़ित महिला ने बताया कि उसका पति मजदूरी करता है और गंभीर रुप से घायल बेटी का इलाज प्राइवेट अस्पताल में कराने की वजह से उनकी आर्थिक स्थिति भी काफी खराब है।
मामले को लेकर थानाध्यक्ष अरिहन्त कुमार सिद्दार्थ ने महिला के आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहनाहै कि महिला और मारपीट करने वाले पक्ष में काफी पहल से विवाद चला आ रहा है। महिला के दोनों बेटों ने ही पहले दूसरे पक्ष के साथ गाली गलौच कर मारपीट की है। इस मामले में पुलिस ने जांच कर महिला के दोनों बेटों का मारपीट में चालान किया है।