कार्यक्रम सर्व आदिवासी समाज ब्लाक इकाई भैरमगढ़, मूलवासी बचाओ मंच और महिला मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई थी। कार्यक्रम कि शुरूवात बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के छाया चित्र पर माल्यार्पण और दीप जला कर की गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने संविधान निर्माता समिति के विचारों और मूल अवधारणाओं पर प्रकाश डाला। संविधान में उल्लेखित अनुसूचित जातियों, जनजातियों के लिए उल्लेखित कानूनों के साथ छेड़छाड़ को लेकर सरकारों की आलोचना भी की गई। पेशा कानून सहित अन्य कानूनों को शिथिल कर बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने पर नाराजगी जाहिर की गई। 5वीं और 6वीं अनुसूची के उल्लेखित प्रावधानों के पालन नहीं किए जाने तथा ग्रामसभा को प्रद्दत अधिकारों का पालन नहीं किए जाने पर चिंता और रोष जाहिर की गई।
संविधान दिवस को मनाए जाने और उसके प्रस्तावना पर प्रकाश डाला कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष कमलेश पैंकरा ने संविधान दिवस को मनाए जाने और उसके प्रस्तावना पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के ब्लाक अध्यक्ष सीताराम मांझी, युवा प्रभाग अध्यक्ष राजेंद्र कडती, रामलाल कर्मा, विनिता बधेल, सुहाना तारम, मुन्ना कोरसा, दीपा भास्कर, राजेश्वरी नाग, ललित कडती, पंकज कटारिया, विनेश पोड़ियाम, सरस्वती ओयाम, बुधराम गावड़े, सोनारू बारसा, सोना फरसा, अर्जुन, मोटू वट्टी, शुभम कोडोपी सहित बैल, धरमा, चिहका, ताकिलोड, डालेर, ईतामपार, उसपरी, भैरमगढ़, गुडसाकाल, उतला, पल्ली सहित 15 गांवों के ग्रामीण शामिल हुए थे। उक्त जानकारी सर्व आदिवासी समाज ब्लाक इकाई प्रवक्ता सोना फरसा ने दी।