घटनास्थल पर पुलिस ने 12 बोर की 12 बंदूकें, कारतूस और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि मुठभेड़ के दौरान ज्यादातर नक्सलियों ने फोर्स की वर्दी पहन रखी थी। पुलिस के मुताबिक पीडिया के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी की लंबे समय से खबर मिल रही थी। इस बीच दंतेवाड़ा,बीजापुर और सुकमा जिले से डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ और बस्तर फाइटर के 1200 से अधिक जवान रवाना किए गए थे। इस बीच फ़ोर्स जंगल में नक्सलियों की सर्चिग में लगी हुई थी।
लेंगू, पापा राव जैसे बड़े नक्सलियों की थी मौजूदगी
पीड़िया के जंगल में प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के 150 से अधिक नक्सलियों की मौजूदगी थी, जो कि टीसीओसी मनाने के लिए वहां उपस्थित हुए थे, इनमे पीएलजीए की तीन कंपनियों के पदाधिकारियों सहित पश्चिम बस्तर डिवीज़न के लेंगू , पापा राव , दरभा डिवीज़न के चैतू , पीएलजीए कंपनी नम्बर 02 के कमांडर वेल्ला, गंगालूर एरिया कमेटी सचिव दिनेश मोड़ियम प्रमुख रूप से मौजूद थे। बताया जा रहा है कि यह सभी भागने में कामयाब रहे।
ये हैं मृत नक्सलियों के नाम
मिलिट्री कंपनी दो के बुधु ओयम एवम् कल्लू पूनम पर पर 8-8लाख का इनाम घोषित था, लक्खे कुंजाम और भीमा कारम पर 5-5 लाख सन्नू लेकम और सुखराम अवलम पर 2-2 लाख का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था इसके अलावा चैतू कुंजाम, सन्नु अवलम,सुनीता कुंजाम, जागे बरसी,भीमा ओयाम और दुला तमो की शिनाख्तगी हुई है। पुलिस को भ्रमित करने का था इरादा
बीजापुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए डीआईजी कमलोचन कश्यप,बीजापुर एसपी जितेंद्र सिंह यादव,सुकमा एसपी किरण चौहान ने बताया कि नक्सली फोर्स को भ्रमित करने पुलिस की वर्दी का उपयोग लगातार कर रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान कई नक्सली कैमोफ्लेज का उपयोग करते देखे गए हैं। नक्सलियों की जब्त सामग्री में भी कैमोफ्लेज भी जब्त की गई है। साथ ही मुठभेड़ स्थल से नक्सली अपनी वर्दी उतार कर लूंगी-बनियान पहनकर भागते नजर आए हैं।
जवानों ने तीन बार एम्बुश को विफल किया
सर्चिंग के दौरान कई नक्सली पकड़े गये हैं, जिसमें से 3 नक्सली घायल अवस्था में और इस दौरान क्रास फायरिंग में 01 ग्रामीण घायल अवस्था में मिला है। जिनका घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार उपरान्त बेहतर उपचार हेतु जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है, जो खतरे से बाहर हैं। मुठभेड़ के दौरान 3 बार एम्बुश लगाकर नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को घेरने का प्रयास किया था लेकिन सतर्क सुरक्षा बलों ने उनके प्रयास को विफल कर दिया। सुरक्षा बलो ने अभियान के दौरान पीड़िया के जंगल में नक्सलियों द्वारा स्थापित अस्थाई कैम्प को ध्वस्त कर दिया।