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भोपाल

नशे के खिलाफ जागरुक हो रहे युवा, आई 6.7 प्रतिशत की कमी.. देखें पूरी रिपोर्ट

पहल : शहर में सामाजिक संगठनों ने चला रखी हैं मुहिम, युवा कर रहे लोगों को जागरूक

भोपालApr 28, 2018 / 09:50 pm

योगेंद्र Sen

nasha

भोपाल। नशामुक्ति के लिए हो रही सामाजिक पहल का असर नजर आने लगा है। मप्र में युवा सोसाइटी में पिछले सात साल में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पब, बार, डिस्को थेक में जाने वाले युवा इंजोय के साथ-साथ अपनी सेहत के प्रति भी जागरुक हो रहे हैं। इस कारण नशा करने वाले युवाओं की संख्या में कमी हो रही है। हाल ही में आई सेंट्रल मिनिस्ट्री की रिपोर्ट में मप्र के युवाओं में 6.7 प्रतिशत नशे की कमी देखने को मिली है। इसका असर नशीले पदार्थों की खपत पर भी पड़ा है। इस रिपोर्ट से इतना तो साफ होता है कि युवा अब नशे की दलदल से निकलकर अच्छी सेहत के लिए कदम बढ़ा रहे हैं। युवा सोच और युवा मप्र के लिए ये अच्छा संकेत भी है।

पब, बार, डिस्को थेक में आ रहे युवा नशे से कर रहे हैं किनारा

नशामुक्ति के लिए जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। शहर के कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इसमें भागीदारी की है। जमीयत उलेमा यूथ बिग्रेड के जरिए गांधी नगर सहित शहर के कई हिस्सों में जागरूकता अभियान चलाया गया। संगठन के इमरान हारून ने बताया कि युवाओं को इससे जोड़ा है। घर-घर जाकर इस संबंध में पहल की है।

नशामुक्ति के लिए जनजागरुकता अभियान का दिख रहा है असर

सामाजिक संगठन प्रयास के जरिए चलाए जा रहे नशामुक्ति केन्द्र पर अब तक सैकड़ों युवाओं को नशे से आजादी मिल हैं। यहां के डॉ. भूषण के मुताबिक कई मामलों में परिवार के लोग नशा छुड़ाने के लिए लोगों को लेकर यहां आते हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है। लोगों में जागरूकता बढ़ी हैं। पुराने शहर में समाज सेवी जीवन लाल मुखरैया नशामुक्ति के लिए अभियान चला रहे हैं। अब तक करीब दो दर्जन लोगों का नशा छुड़ा चुके हैं। वहीं पूरे क्षेत्र में मुहिम भी चला रखी है।

निजी केन्द्रों के भरोसे नशा मुक्ति

नशामुक्ति में गिरावट के लिए सरकार भले दावे कर रही है लेकिन हकीकत ये है कि सरकारी स्तर पर इसके लिए कोई प्रयास नहीं हुए। सामाजिक न्याय विभाग के जरिए कोई नशा मुक्ति नहीं चलाया जा रहा है। विभाग की सूची में दो केन्द्र हैं जिनमें गांधी भवन न्याय में अशासकीय नशामुक्ति केन्द्र बंद पड़ा है। दूसरा केन्द्र पुतलीघर में बताया गया। यह भी अशासकीय है।

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