पब, बार, डिस्को थेक में आ रहे युवा नशे से कर रहे हैं किनारा
नशामुक्ति के लिए जनजागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। शहर के कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इसमें भागीदारी की है। जमीयत उलेमा यूथ बिग्रेड के जरिए गांधी नगर सहित शहर के कई हिस्सों में जागरूकता अभियान चलाया गया। संगठन के इमरान हारून ने बताया कि युवाओं को इससे जोड़ा है। घर-घर जाकर इस संबंध में पहल की है।
नशामुक्ति के लिए जनजागरुकता अभियान का दिख रहा है असर
सामाजिक संगठन प्रयास के जरिए चलाए जा रहे नशामुक्ति केन्द्र पर अब तक सैकड़ों युवाओं को नशे से आजादी मिल हैं। यहां के डॉ. भूषण के मुताबिक कई मामलों में परिवार के लोग नशा छुड़ाने के लिए लोगों को लेकर यहां आते हैं। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है। लोगों में जागरूकता बढ़ी हैं। पुराने शहर में समाज सेवी जीवन लाल मुखरैया नशामुक्ति के लिए अभियान चला रहे हैं। अब तक करीब दो दर्जन लोगों का नशा छुड़ा चुके हैं। वहीं पूरे क्षेत्र में मुहिम भी चला रखी है।
निजी केन्द्रों के भरोसे नशा मुक्ति
नशामुक्ति में गिरावट के लिए सरकार भले दावे कर रही है लेकिन हकीकत ये है कि सरकारी स्तर पर इसके लिए कोई प्रयास नहीं हुए। सामाजिक न्याय विभाग के जरिए कोई नशा मुक्ति नहीं चलाया जा रहा है। विभाग की सूची में दो केन्द्र हैं जिनमें गांधी भवन न्याय में अशासकीय नशामुक्ति केन्द्र बंद पड़ा है। दूसरा केन्द्र पुतलीघर में बताया गया। यह भी अशासकीय है।