लॉकडाउन में घर पर रहे लोग, थम गया चोरों का शोर
कोरोना महामारी के खतरे को कम करने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन घोषित किया। हर शख्स चाहे वो गरीब हो या अमीर, आम हो या खास, बुजुर्ग हो या बच्चा अपने अपने घरों में ही कैद हो गए। महीनों का वक्त गुजर गया और घर की चारदीवारी के अंदर से ही हम और आप समय को निकलता देखते रहे। हर कोई अपने अपने घरों में मौजूद था और बाहर सड़कों पर सूने पड़े बाजारों में पुलिसकर्मी कड़ा पहरा दे रहे थे। कठिन परिस्थितियों में भी पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी और लोगों के संयम का परिणाम कुछ ऐसा निकला कि कोरोना वायरस का संक्रमण काफी हद तक हमारे देश में कंट्रोल में रहा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस की मुस्तैदी और घरों में लोगों की मौजूदगी के कारण चोरी की घटनाओं में भी काफी कमी आई। लॉकडाउन के दौरान चोरी की वारदातों का शोर अनलॉक के दौरान सुनाई देने वाले शोर से काफी सुनाई दिया। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आंकडे तो सामने नहीं आए हैं लेकिन पुलिस विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान चोरी की वारदातों में प्रदेश के अंदर काफी कमी आई।
चोरी की घटनाएं कम होने के पीछे ये रहे कारण-
– लॉकडाउन में घरों में लोगों की पूरे समय मौजूदगी।
– बाजार और दूसरे स्थानों पर पुलिस की लगातार गश्त और कड़ा पहरा होना।
– खुले में घूमने से कोरोना संक्रमण की चपेट में आने का खतरा ज्यादा होना ।
– सरकार और सामाजिक संगठनों की तरफ से जरुरतमंद लोगों के घरों तक वक्त वक्त पर राशन और भोजन पहुंचाना आदि रहा।
देखें वीडियो- लॉकडाउन के दौरान बढ़ीं घरेलू हिंसा की घटनाएं