महंगे टिकट में ये मिलेंगी सुविधाएं
विस्टाडोम कोच की बाहरी दीवारें व छत का कुछ हिस्सा कांच से बना हुआ है। जिसमें से बाहर के नजारे को दूर तक देखा जा सकता है। कुर्सियां सुविधाजनक हैं, जिन्हें सहूलियतों के हिसाब से घुमाया जा सकता है। कोच में एक कैबिन है, जिसमें यात्री खड़े रहकर प्राकृतिक दृश्य को निहार सकते हैं। सामान रखने के लिए अलग कंपार्टमेंट है। दो-दो एलईडी टीवी लगे हैं। मनोरंजन, स्वल्पाहार की भी व्यवस्था है।
वापसी में विस्टाडोम खाली
जबलपुर रेलवे स्टेशन से यही जनशताब्दी ट्रेन प्रतिदिन सुबह 6 बजे चलती है, जो करीब 11 बजे रानी कमलापति पहुंच जाती है। इस ट्रेन को रोजाना नौकरी-पेशा और अप-डाउन करने वाले अच्छे-खासे यात्री मिलते हैं लेकिन पर्यटन की दृष्टि से विस्टाडोम कोच को कम ही यात्री मिलते हैं। कुछ यात्रियों का अनुभव है कि यह ट्रेन जबलपुर से भी तड़के ही रवाना हो जाती है, यदि सुबह आठ बजे के बाद रवाना होती है तो विस्टाडोम कोच में सफर करने में ज्यादा सहूलियत होती।