यथार्थ रघुवंशी ने अकादमी में सोफे पर बैठकर 12 बोर की शॉर्ट गन का ट्रिगर पैर से दबा दिया। छाती में गोली लगने से उसकी मौत हो गई। रात में ही शूटिंग अकादमी के अधिकारी सहित खेल मंत्री विश्वास सारंग भी मौके पर पहुंच गए थे। यथार्थ के परिजन भी तुरंत आए और सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद उसका शव लेकर अशोकनगर चले गए।
यह भी पढ़ें: एमपी में ‘पैसा दो काम लो’ का सिद्धांत लागू, बड़े नेता के ट्वीट ने मचाई खलबली मृतक यथार्थ रघुवंशी के पिता अरुण रघुवंशी अशोकनगर जिले के खेल अधिकारी हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसपर चोरी जैसा गंदा आरोप लगाया गया था जिससे वह क्षुब्ध था। पुलिस के अनुसार यथार्थ पर एक सीनियर ने 40 हजार रुपए चोरी करने का आरोप लगाया था, जिसे लेकर उसे परेशान भी किया जा रहा था। यथार्थ ने अपने मोबाइल में 6 सीनियर्स के नाम लिखते हुए कहा है कि इनकी वजह से आत्महत्या कर रहा हूं।
यथार्थ के चाचा नितिन रघुवंशी के मुताबिक विवाद के बाद उसने चोरी के आरोप को झूठा बताते हुए आत्महत्या करने की बात कही थी। हमने उसे बहुत समझाया भी था। मामले में डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि यथार्थ पर 40 हजार रुपए की चोरी का इल्जाम लगाया गया था जिससे वह दुखी हो गया था। उसे समझाने के लिए पिता अरुण रघुवंशी भोपाल के लिए रवाना हो गए थे लेकिन उनके भोपाल पहुंचने से पहले ही यथार्थ ने आत्महत्या कर ली। उसके मोबाइल में सीनियर्स द्वारा चोरी का इल्जाम लगाकर परेशान करने संबंधी चैट्स मिली हैं।मोबाइल को एफएसएल परीक्षण के लिए भेजा गया है। साक्ष्यों के आधार पर सीनियर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।